मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने भंवर सिंह शेखावत के आरोप पर किया पलटवार कहां कि मैंने उनके विरुद्ध कभी कुछ नहीं कहा, ना ही मैंने कभी उनके विरुद्ध आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया है।सट्टे जुएं पर मुझसे कोई भी कोई लिंक प्रमाणित नहीं कर सकता। भंवर सिंह का इलेक्शन एफिडेविट 2013 का निकालकर कर देख लीजिए।
राजवर्धन सिंह ने बताया जब होटल मशाल में छापा पड़ा उन पर f.i.r. हुई। fir में लिखा है होटल मशाल पर जब छापा पड़ा भंवर सिंह टेबल पर केश के साथ पकड़ाया था। उन्होंने बाद में निवेदन कर कर शिवराज सिंह जी की सरकार से केस वापस करवाया। भ्रष्टाचार के चलते लोकायुक्त में केस रजिस्टर्ड है।अपेक्स बैंक के घोटाले में उन पर केस रजिस्टर्ड है। मुझ पर कौन सा जुए सट्टे का केस मुझ पर कौन सा लोकायुक्त का केस है।
गौरतलब है कि बीते दिन बदनावर के पूर्व भाजपा विधायक भंवरसिंह शेखावत ने मीडिया से चर्चा में कहा कि सिंधिया समर्थक राजवर्धन सिंह भाजपा में आए तो पार्टी के कार्यकर्ता और नेताओं ने उनका स्वागत किया। इतना ही नहीं उन्हें जिताया भी। लेकिन इसके बाद पार्टी के अंदर जो स्थितियां बनी है, वो मन को दुख देने वाली पीड़ा देने वाली हैं।
सिंधिया समर्थकों के आने से पार्टी मजबूत होती तो हमें समझ में आता। आज उनके आने से हमारी पार्टी की जमीन खोखली हो गई। जिन सिद्धांतों को लेकर पार्टी का निर्माण किया था, वो सिद्धांत छूट गए। भारतीय जनता पार्टी के मंत्रियों पर कभी इतने भ्रष्टाचार के आरोप नहीं सुने जो आज लग रहे हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ आए लोगों ने खुलेआम लूट मचा रखी है।आज बदनावर में राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव ने पूरी जमीनों पर कब्जा करना, सारी खदानों पर कब्जा करना, अवैध रूप से खनन करना सब चालू कर दिया है। जुआ-सट्टा खुलेआम चल रहा है। सिंधिया समर्थकों के आने के बाद से पार्टी की बदनामी हो रही है।
पार्टी से जुड़े पुराने लोगों को पीड़ा हो रही है। यही बात तो हम संगठन को बता रहे हैं और क्या कह रहे हैं। कार्यकर्ता अपनी बात संगठन से कह रहा है। अगर आप समय रहते नहीं चेतेंगे, तो यही कारण तो थे 2018 में जब शिवराज सिंह की सरकार चली गई थी