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स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से पीएम मोदी का बड़ा ऐलान, अब हर सैनिक स्‍कूल में पढ़ेंगी बेटियां

नई दिल्ली। आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से लगातार आठवीं बार देश को संबोधित किया। सरकार ने 75वीं वर्षगांठ को सरकार ने अमृत महोत्सव का नाम दिया है। अपने आठवें संबोधन में पीएम मोदी ने सुभाषचंद्र बोस से लेकर झांसी की रानी लक्ष्मीबाई तक के सभी वीर शहीदों को नमन किया। पीएम मोदी पीएम मोदी और लाल बहादुर शास्त्री का भी जिक्र किया और कहा कि देश इन सभी महापुरुषों का कर्जदार है और हमेशा रहेगा। इस दौरान पीएम मोदी ने एक बार फिर से कोरोना वैक्सीन के लिए दूसरे देशों पर निर्भर न रहने को उपलब्धि बताया।

बेटियों को पीएम मोदी से मिला तोहफा

लड़कियों के लिए अहम घोषणा करते हुए पीएम मोदी ने सैनिक स्‍कूलों के दरवाजे उनके लिए खोल दिए। प्रधानमंत्री ने कहा, “ये देश के लिए गौरव की बात है कि शिक्षा हो या खेल, बोर्ड्स के नतीजे हों या ओलपिंक का मेडल, हमारी बेटियां आज अभूतपूर्व प्रदर्शन कर रही हैं। आज भारत की बेटियां अपना स्पेस लेने के लिए आतुर हैं। मुझे लाखों बेटियों के संदेश मिलते थे कि वो भी सैनिक स्कूल में पढ़ना चाहती हैं, उनके लिए भी सैनिक स्कूलों के दरवाजे खोले जाएं।”

उड़ान योजना दूर-दराज के इलाकों को जोड़ रही है

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ने संकल्प लिया है कि आजादी के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह में 75 वंदेभारत ट्रेनें देश के हर कोने को आपस में जोड़ रही होंगी। आज जिस गति से देश में नए एयरपोर्ट्स का निर्माण हो रहा है, उड़ान योजना दूर-दराज के इलाकों को जोड़ रही है, वो भी अभूतपूर्व है. इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में होलिस्टिक अप्रोच अपनाने की भी जरूरत है. भारत आने वाले कुछ ही समय में प्रधानमंत्री गतिशक्ति-नेशनल मास्टर प्लान को लॉन्च करने जा रहा है।

बंटवारे का दर्द आज भी हिंदुस्तान के सीने को छलनी करता है

पीएम ने कहा कि हम आजादी का जश्न मनाते हैं, लेकिन बंटवारे का दर्द आज भी हिंदुस्तान के सीने को छलनी करता है। यह पिछली शताब्दी की सबसे बड़ी त्रासदी में से एक है। कल ही देश ने भावुक निर्णय लिया है. अब से 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में याद किया जाएगा।

छोटा किसान बने देश की शान, ये हमारा सपना है

उन्होंने कहा कि छोटा किसान बने देश की शान, ये हमारा सपना है। आने वाले वर्षों में हमें देश के छोटे किसानों की सामूहिक शक्ति को और बढ़ाना होगा। उन्हें नई सुविधाएं देनी होंगी। देश के 80 प्रतिशत से ज्यादा किसान ऐसे हैं, जिनके पास 2 हेक्टेयर से भी कम जमीन है। पहले जो देश में नीतियां बनीं, उनमें इन छोटे किसानों पर जितना ध्यान केंद्रित करना था, वो रह गया। अब इन्हीं छोटे किसानों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिए जा रहे हैं।

‘सभी के सामर्थ्य को उचित अवसर देना, यही लोकतंत्र की असली भावना है

प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘सभी के सामर्थ्य को उचित अवसर देना, यही लोकतंत्र की असली भावना है। इसके लिए जो वर्ग पीछे है, जो क्षेत्र पीछे है, हमें उनकी हैंड-होल्डिंग करनी ही होगी। आज लाल किले से मैं आह्वान कर रहा हूं- सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास हमारे हर लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.’

अब गांव में भी डिजिटल कारोबारी तैयार हो रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में 110 से अधिक आकांक्षी जिलों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, सड़क, रोजगार, से जुड़ी योजनाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। गांवों तक सड़क और बिजली जैसी सुविधाओं को पहुंचाने का काम हो रहा है। गांवों तक ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क, डाटा की ताकत पहुंच रही है, इंटरनेट पहुंच रहा है। गांव में भी डिजिटल कारोबारी तैयार हो रहे हैं।

सरकार अब ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म तैयार करेगी

पीएम मोदी ने कहा कि गांव में जो हमारी सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ीं 8 करोड़ से अधिक बहनें हैं, वो एक से बढ़कर एक प्रॉडक्ट्स बनाती हैं। इनके प्रॉडक्ट्स को देश में और विदेश में बड़ा बाजार मिले, इसके लिए सरकार अब ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म तैयार करेगी।

केंद्र सरकार गरीबों को पोषणयुक्त चावल देगी

उन्होंने ऐलान किया कि केंद्र सरकार अपनी अलग-अलग योजनाओं के तहत जो चावल गरीबों को देती है, उसे फोर्टिफाई करेगी, गरीबों को पोषणयुक्त चावल देगी। राशन की दुकान पर मिलने वाला चावल हो, मिड डे मील में मिलने वाला चावल हो, वर्ष 2024 तक हर योजना के माध्यम से मिलने वाला चावल फोर्टिफाई कर दिया जाएगा।

राज्यों की राजधानियों को रेलसेवा से जोड़ने का काम पूरा होने वाला है

नॉर्थ ईस्ट की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर में कनेक्टिविटी का नया इतिहास लिखा जा रहा है। बहुत जल्द नॉर्थ ईस्ट के सभी राज्यों की राजधानियों को रेलसेवा से जोड़ने का काम पूरा होने वाला है। हमारा पूर्वी भारत, नॉर्थ ईस्ट, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख सहित पूरा हिमालय का क्षेत्र हो, हमारी कोस्टल बेल्ट या फिर आदिवासी अंचल हो, ये भविष्य में भारत के विकास का बड़ा आधार बनेंगे।

भविष्य में विधानसभा चुनावों के लिए भी तैयारी चल रही है

प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख भी विकास की अपनी असीम संभावनाओं की तरफ आगे बढ़ चला है। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ‘सिंधु सेंट्रल यूनिवर्सिटी’ लद्दाख को उच्च शिक्षा का केंद्र बनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि जम्मू हो या कश्मीर, विकास का संतुलन अब ज़मीन पर दिख रहा है। जम्मू कश्मीर में डी-लिमिटेशन कमीशन का गठन हो चुका है और भविष्य में विधानसभा चुनावों के लिए भी तैयारी चल रही है।

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