जावर- हमें जीवित रहने के लिए जितनी जरूरत भोजन पानी की है। उससे कहीं अधिक हमें प्राणवायु ऑक्सीजन की है। इस करोना कॉल की विकट स्थिति में हमने प्रत्यक्ष देखा है, कि ऑक्सीजन हेतु चारों ओर संकट बना हुआ था और इस संकट के लिए हम सभी जिम्मेदार हैं। यदि हम समय-समय पर ऑक्सीजन प्राणवायु देने वाले वृक्षों का रोपण कर उन्हें संरक्षित करते तो निश्चित ही करोना काल में हमें इस संकट से नहीं जूझना पड़ता।
मंजीता पांचाल ने हरियाली महोत्सव के अंतर्गत कही ये बात
मंजिता ने लोगों से कहा कि आप सभी से अपील करती हूं कि अपने घर ,बाहर ,खेत ,खलिहान, स्कूल, कॉलेज या निजी व शासकीय परिसर जहां भी उचित जगह हो वहां पर विभिन्न प्रजाति के पौधे जैसे नीम ,पीपल, बरगद, आंवला, जामुन, शीशम, तुलसी आदि के पौधा रोपण कर उन्हें संरक्षित कर देश व समाज की सहायता करें।
इस अवसर पर जन अभियान परिषद की जिला समन्वयक श्रीमती पारुल उपाध्याय ने शासन द्वारा प्राणवायु अभियान के अंतर्गत अंकुर योजना का महत्व एवं आवश्यकता पर विचार व्यक्त कर जन अभियान परिषद के कार्यों को बताया तथा महाविद्यालय एनएसएस के वृक्षारोपण कार्यक्रम में उपस्थित जनों को शपथ दिलाई गई इस अवसर पर जन अभियान परिषद जिला समन्वयक श्रीमती पारुल उपाध्याय को तुलसी के पौधे का गमला महाविद्यालय परिवार की ओर से सप्रेम भेंट किया तथा वृक्षारोपण कार्यक्रम में प्रमुख रूप से ब्लॉक समन्वयक श्री भगवत शरण लोधी, परामर्शदाता राकेश शर्मा, एनएसएस इकाई प्रभारी श्री देवकरण प्रजापति संस्था डायरेक्टर श्री मुकेश पांचाल श्रीमती मनोरमा रावत सुरेंद्र मालवीय श्रीमती पूजा विश्वकर्मा श्रीमती मीनाक्षी विश्वकर्मा श्री राजपाल ठाकुर मनोज सोलंकी आशीष सोनी सोनी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे