रतलाम। राष्ट्रीय नवजात शिशु सप्ताह कार्यक्रम का शुभारंभ एमसीएच अस्पताल रतलाम में कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम, समाजसेवी गोविंद काकानी, सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे, सिविल सर्जन डॉ. आनंद चंदेलकर ने माँ सरस्वतीजी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। स्वागत भाषण डॉ. चंदेलकर ने दिया।
कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम ने कहा कि स्वास्थ्य औैर शिक्षा के क्षेत्र में सर्वाधिक प्रयास किए जाने की जरूरत है। उन्होने स्वास्थ्य विभाग के सेवा प्रदाताओं से मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर में तेजी से कमी लाए जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से मानव सेवा के भाव को आत्मसात कर कार्य करने की बात कही । गोविंद काकानी ने शहर विधायक श्री चेतन्य काश्यप को जिले में एमसीएच भवन की सौगात के लिए धन्यवाद दिया। डीपीएम डॉ. अजहर अली ने बताया कि राष्ट्रीय नवजात शिशु सप्ताह की थीम ‘नवजात शिशु की सुरक्षा गुणवत्ता एवं पोषण देखभाल – प्रत्येक नवजात का अधिकार है’ पर आधारित है। राष्ट्रीय नवजात शिशु सप्ताह का आयोजन 15 नवंबर से 21 नवंबर तक आयोजित किया जाना है। सप्ताह के दौरान समस्त नवजात शिशुओं के साथ-साथ ऐसे नवजात शिशु जो कि समय पूर्व कम वजन, नवजात शिशु गहन चिकित्सा ईकाई से डिस्चार्ज शिशुओं के फालोअप पर सेवा प्रदायगी सुनिश्चित की जाएगी।
कार्यक्रम के दौरान बाल चिकित्सालय के प्रथम तल पर हीमाफिलिया, थेलेसीमिया, सिकल सेल अनीमिया हेतु पृथक वार्ड का शुभारंभ फीता काटकर किया गया। वार्ड का शुभारंभ थेलेसीमिया योद्वा एवं समाजसेवी सुश्री वर्षा पंवार ने कलेक्टर श्री कुमार पुरूषेत्तम एवं अतिथियों की उपस्थिति में किया। सुश्री वर्षा पंवार ने बताया कि रतलाम जिले में लगभग 160 बच्चे थेलेसीमिया से पीडित हैं जिनकी लगातार सेवा की जा रही है। वर्षा पंवार ने जिले के सभी नागरिकों से कोविड वैक्सीन का दूसरा टीका तत्काल लगवाने की अपील की। मंच संचालन श्री आशीष चौरसिया ने किया तथा आभार डॉ. प्रभाकर ननावरे ने माना।
कार्यक्रम में सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग की अंकिता पंडया, आरएमओ डॉ. योगेश नीखरा, बाल चिकित्सालय के प्रभारी डॉ. आर.सी. डामोर, एसएनसीयू प्रभारी डॉ. नावेद कुरैशी, डॉ. अरविंद , जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. वर्षा कुरील, सरला वर्मा, मोहन कछावा, सचिन वर्मा, भरत लिंबोदिया, चेतन पांडे महिला बाल विकास विभाग के सीडीपीओ, सुपरवायजर, आरबीएसके चिकित्सक, बीसीएम आदि उपस्थित रहे ।