भोपाल-सजगता और अपने कर्तव्य पथ की शपथ को निभाने वाले कमल पटेल अक्सर मानवीय संवेदनाओ को लेकर शासन प्रशासन को सावधान करते रहते हैं। ऐसा ही एक मामला गुरुवार – शुक्रवार की मध्यरात्रि को सामने आया। मामला यह था कि मंत्री कमल पटेल अपने राजस्थान प्रवास के बाद इंदौर से हरदा जा रहे थे।
रास्ते में सतवास आता है जहा पर मध्यरात्रि में सड़क पर रास्ते में डंपर खड़ा हुआ था।जो खराब था। मध्य रात्रि में ही जनता को मंत्री का मूवमेंट पता चला तो उन्होंने रात्रि में ही मंत्री की कार का घेराव कर दिया। उन्होंने बताया कि इस डंपर की वजह से कई एक्सीडेंट हो रहे है। कृपया कुछ करें। फिर क्या था मंत्री ने जायजा लिया और वीडियो बनाया और मंत्री रात्रि में सतवास थाने जा पहुंचे।टीआई को बुलाया पूरी स्थिति को बताया, समझाया और जब टीआई को समझ में नहीं आया तो मंत्री ने नाराज होकर कहा कि कड़ी से कड़ी कार्रवाई आप सब के विरुद्ध की जाएगी।
मंत्री का यू थाने में जाना और जनहित के मुद्दों पर सजगता दिखाना अपने आप में एक मिसाल है।अमूमन वीआईपी कल्चर वाले व्यक्ति मंत्रालय के एसी में बैठे रहते हैं या फिर फोन पर ही घटना को संज्ञान में लेते रहते हैं। वस्तुस्थिति से उनका कोई लेना देना नहीं रहता है।
ऐसे में शिवराज सरकार के मंत्री के तेवर अगर सभी अपना लें तो सुशासन को लेकर किसी को कुछ बोलना ही नहीं पड़ेगा। बात यह नहीं है की थाने का क्या होगा कार्यवाही किस स्तर तक जाएगी लेकिन एक बात तय हैं कि मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को इन जैसे मामलों पर संवेदनशीलता दिखाने की जरूरत है।
