इंदौर. मध्य प्रदेश में कोरोना काल के बाद अनलॉक होने पर आई आर्थिक समस्यओं से सभी वर्ग जुझ रहे है, इसी कड़ी में भारत सरकार के नए दलहन स्टॉक कानून के विरोध में दलहन व्यापारी एसोसिएशन द्वारा दो दिवसीय हड़ताल कर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। लोगों से की गई बातचीत में यह भी सामने आया कि सरकार अब जो भी कानून सामने ला रही है, वह कहीं न कहीं समाज विरोधी और आमजन की कमर को तोड़ने का काम कर रहा है।
यह भी साफ़ देखा जा सकता है कि लगातार बढ़ती महंगाई के चलते सरकार का हर कदम लोगों की नज़रो में घृणा का पात्र साबित होता जा रहा है। इसी कश्मकश का एक उदाहरण इंदौर में देखने को मिला जहां छावनी अनाज मंडी स्थित दलहन व्यापारी एसोसिएशन ने भारत सरकार के दलहन स्टॉक को लेकर आए नए कानून के विरोध में प्रदर्शन कर व्यापार बंद रखा।
व्यापारी एसोसिएशन के सहायक उपनिरीक्षक का कहना है कि दलहन स्टॉक के लिए लागु किया गया कानून एक काला कानून है, इसके तहत व्यापारी से लेकर किसानों को भी काफी नुकसान होने की संभावना है। इसी कारण से 2 दिनों के लिए पूरा व्यापार बंद रखा गया है और किसानों को मंडी में आने से भी मना कर दिया गया है। क्योंकि किसान अपनी फसल काफी दूर से लेकर आते हैं। विरोध प्रदर्शन के चलते मंडी में आकर किसान परेशान होंगे, क्योंकि अभी बारिश का मौसम होने के कारण हड़ताल में किसानों की फसल भी खराब होने का अंदेशा बन रहा है। इसके लिए सभी किसानों को मैसेज व विज्ञप्ति के माध्यम से मंडी बंद होने की सूचना पहुंचा दी गई है।
इंदौर से मृदुभाषी के लिए चंकी बाजपेयी की रिपोर्ट