Mradhubhashi
Search
Close this search box.

Black Fungus: बीते दिन ब्लैक फंगस के 130 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे, नहीं रही इंजेक्शन की कमी

इंदौर। मध्य प्रदेश में कोरोना कि दूसरी लहर के बाद ब्लैक फंगस की समस्या कई मरीजों में सामने आई थी। जिनके इलाज के लिए प्रशासन के द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे थे। प्रदेश के इंदौर में भी ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज एमवाय अस्पताल सहित कुछ निजी अस्पतालों में किया जा रहा है।

इंदौर में वर्तमान में ब्लैक फंगस के 500 से अधिक मरीजों का उपचार शासकीय और निजी अस्पतालों में किया जा रहा है। जिसमें 300 से अधिक मरीज शासकीय अस्पताल में तो 200 के लगभग मरीज निजी अस्पतालों में अपना उपचार करा रहे हैं । ब्लैक फंगस के उपचार के लिए मुख्य तौर पर डॉक्टरों द्वारा एंफोटेरेसिन बी इंजेक्शन का उपयोग किया जा रहा है। इस इंजेक्शन की उपलब्धता के लिए भी लगातार प्रशासन कवायद कर रहा है,बीते दिनों इंदौर को बड़ी संख्या में यह इंजेक्शन हिमाचल से मिले थे। हालांकि शनिवार और रविवार को इंजेक्शन लगाने से कई मरीजों में बुखार व अन्य समस्याएं सामने आई जिसके बाद फिलहाल इन मरीजों को यह इन्जेक्शन लगाना बंद कर दिया गया है ।

एंफोटेरेसिन बी इंजेक्शन पीड़ितों के परिजन के कहने पर ही लगाए जाएगें

ब्लैक फंगस में कारगर एंफोटेरेसिन बी इंजेक्शन उन्हें ही लगाए जा रहे है जो मरीज के परिजन इन्हें लगाने की अनुमति दे रहे है । वर्तमान में इंजेक्शनों की कोई कमी नहीं है जिन मरीजों को अति आवश्यक है। उन मरीजों को इंजेक्शन दिए जा रहे हैं । रविवार को 800 इंजेक्शन निजी अस्पतालों को उपलब्ध कराए गए थे जिसमें 600 इंजेक्शन शासकीय अस्पताल को उपलब्ध कराए थे। डॉक्टर के अनुसार बीते दिनों बड़ी संख्या में मरीज सामने आ रहे थे। लेकिन अब कुछ दिनों से मरीजों की संख्या में कमी आई है और लगातार मरीज स्वस्थ होकर घर भी। लौट रहे हैं रविवार को करीब 130 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे हैं।

ये भी पढ़ें...
क्रिकेट लाइव स्कोर
स्टॉक मार्केट