लखनऊ: कृषि क़ानूनों की वापसी के ऐलान के बावजूद किसानों का विरोध प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। किसान नेता आज 22 नवंबर को लखनऊ में किसान महापंचायत का आयोजन करने जा रहे हैं। महापंचायत में एमएसपी पर कानून और गृह राज्यमंत्री की बर्ख़ास्ती अहम मुद्दा होगा।
एमएसपी पर कानून बनाने की मांग
कृषि क़ानूनों की वापसी के बाद अब किसान अपनी दूसरी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। आंदोलनकारी किसान अब एमएसपी पर कानून बनाने और गृह राज्यमंत्री की बर्ख़ास्ती की मांग कर रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने पहले ही कह चुका है कि क़ानून वापसी की घोषणा के बावजूद नका आंदोलन जारी रहेगा। लखनऊ में होने जा रही किसान महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब से बड़ी संख्या में किसानों के पहुंचने की संभावना है।
छह मांगों पर बातचीत की मांग
राजधानी दिल्ली से सटे पश्चिमी उत्तर प्रदेश से कई किसानों के जत्थे लखनऊ में किसान महापंचायत के लिए रवाना हुए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम खुला खत लिखकर कहा कि जब तक सरकार उनकी छह मांगों पर बातचीत नहीं करती तब तक आंदोलन जारी रहेगा। वहीं सूत्रों के मुताबिक तीन कृषि कानूनों को रद्द करने से संबंधित विधेयकों को मंजूरी दिए जाने पर बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा विचार किए जाने की संभावना है ताकि उन्हें संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में पेश किया जा सके।