भोपाल। मध्यप्रदेश में 25 और 26 अगस्त को कोरोना वैक्सीनेशन महा अभियान चलाया जा रहा है। इस महाअभियान को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए अभियान पर सवाल खड़े किए हैं।
कमलनाथ ने अपने ट्वीट में लिखा है कि मै प्रदेश की जनता से अपील करता हूं कि जिन लोगों ने अभी तक कोरोना वैक्सीन नहीं लगवायी है वो ज़रूर लगवाएं। जिनका दूसरा डोज बाक़ी है वो भी इसे ज़रूर लगवाएं। प्रदेश में अभी भी बड़ी आबादी को कोरोना की वैक्सीन नहीं लगी है। दूसरे डोज का आंकड़ा बेहद कम है? वैक्सीन से ही हम कोरोना को हरा सकते हैं। कमलनाथ ने कहा वैसे भी वैक्सीन की उपलब्धता प्रतिदिन होना चाहिये ना कि सिर्फ़ महाअभियान में और ना चरणबद्ध रूप में? सरकार एक- दो दिन का महाअभियान तो चलाती है करोड़ों रुपए प्रचार- प्रसार पर खर्च करती है। आंकड़े बताकर खुद की पीठ थपथपाती है। जश्न – उत्सव मनाती है और बाक़ी दिन प्रदेश की जनता वैक्सीन के डोज के लिये दर-दर भटकती है। लंबी-लंबी लाइन में लगती है? 21 जून के महाअभियान के पहले और बाद में भी हम यह स्थिति देख चुके हैं।
कांग्रेस को हर काम में समस्या लगती है
कमल नाथ के ट्वीट पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार करते हुए कहा कमलनाथ खुद जश्न नहीं मना पाए थे। इसलिए उन्हें हर जगह जश्न दिखता है। कांग्रेस को हर काम में समस्या लगती है। वैक्सिनेशन महाभियान पर स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने विपक्ष के सवालों पर जवाब देते हुए कहा ये जनता को कोरोना से बचाने का अभियान है. पूरे प्रदेश में 10 हज़ार से ज्यादा सेंटर बनाए गए हैं। वैक्सिनेशन महाभियान के पहले चरण में एमपी अव्वल रहा था। इस बार भी महाअभियान को सफल बनाने की कोशिश है। विपक्ष को सवाल उठाने के बजाए अभियान में साथ देना चाहिए था।