Mradhubhashi
Search
Close this search box.

नीट प्री पीजी की परीक्षा के काउंसलिंग में हो रही देरी के कारण हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टर

इंदौर। नीट प्री पीजी की परीक्षा के काउंसलिंग में हो रही देरी के कारण विगत एक साल से छात्रों की एडमिशन प्रक्रिया रुकी हुई। इंदौर के एमजीएम मेडिकल कालेज सहित प्रदेश के अन्य मेडिकल कालेजों में पीजी के छात्रों की बैच नहीं आई है। इस वजह से मेडिकल कालेज से जुड़े अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों पर काम का दबाव बढ़ रहा है।

बड़ी संख्या में शामिल हुए जूनियर डॉक्टर

बता दें कि जो मेडिकल छात्र परीक्षा दे चुके हैं, वो भी काउंसलिंग का इंतजार रहे हैं। ऐसे में अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी हो गई है। इंदौर के एमवाय अस्पताल में ओपीडी सहित अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं में जूनियर डाक्टरों द्वारा काम नहीं किया जा रहा है ऐसे में रेजीडेंट व अन्य वरिष्ठ डाक्टरों को ओपीडी में मरीजों का उपचार करना पड़ा। जूनियर डाक्टर एसोसिएशन से जुड़े राकेश कुमार के मुताबिक नीट प्री पीजी की परीक्षा पिछले वर्ष जनवरी माह में होना थी, लेकिन कोविड के कारण इसकी परीक्षा अगस्त माह में हुई। इसके बाद सितंबर माह में काउंसलिंग होना था लेकिन रिजर्वेशन के कारण मामला सुप्रीम कोर्ट में चला गया। कोर्ट में 25 नवंबर को सुनवाई होना थी जो आगे बढ़ गई। अब अगली सुनवाई छह जनवरी को होना है।

शहर में आयोजित हुए कार्यक्रम में सम्मिलित हुए मुख्यमंत्री से भी जूनियर डॉक्टरों ने मुलाकात करने की कोशिश की थी, लेकिन समय ना मिलने के कारण वह मुलाकात नहीं हो पाई।

इंदौर से मृदुभाषी के लिए चंकी बाजपेई की रिपोर्ट

ये भी पढ़ें...
क्रिकेट लाइव स्कोर
स्टॉक मार्केट