Janmashtami 2021: जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण के श्रृंगार का विशेष महत्व है। भगवान द्वारकाधीश को विभिन्न प्रकार की बेशकीमती पोशाख, उत्तम रत्न से सजाया-संवारा जाता है और स्वादिष्ठ मिष्ठान्न का भोग लगाया जाता है। आइए जानते हैं जन्माष्टमी के अवसर पर श्रीकृष्ण का कैसे करें श्रंगार।
पीतांबर है श्रीकृष्ण को प्रिय
भगवान श्रीकृष्ण को सुगंधित फूल पसंद है, इसमें हारश्रंगार के फूल उनको बेहद पसंद है। इस समय हारश्रंगार के फूलों की बहार छाई रहती है। इसलिए जन्माष्टमी पर हारश्रंगार के फूलों से श्रीकृष्ण का श्रंगार करें। इसके साथ ही विभिन्न सुगंधित और खूबसूरत फूलों से उनका पालना सजाए। चंदन की सुगंध श्रीकृष्ण को प्रिय है इसलिए बालमुकुंद के कोमल अंगों पर महीन चंदन का अष्टगंध मिलाकर लेपन करें। पीतांबर श्रीकृष्ण को प्रिय है इसलिए यदुकुलश्रेष्ठ को जरी से सुसज्जित पितांबरी वस्त्र पहनाएं।
पंचामृत का भोग लगाएं
श्रीकृष्ण को मोरपंखयुक्त मुकुट पहनाएं। अधरों पर बांसुरी धारण करवाए। कान्हा के खेलने के लिए खिलौने रखना चाहिए। तुलसीदलयुक्त पंचामृत, पंचमेवा, मिष्ठान्न, ऋतुफल, गाय के दुध की मेवेयुक्त खीर का भोग लगाना चाहिए। इस दिन उपवास कर श्रीकृष्ण की आराधना करना चाहिए और कान्हा के भजनों का गायन कर दिन और रात व्यतीत करना चाहिए।