Virat Ramayan Mandir: इश्तियाक अहमद बोले-भूमि की कमी से मंदिर की डिजाइन होती प्रभावित
Virat Ramayan Mandir: बिहार में मुस्लिम भाइयों ने फिर मिसाल पेश की है। जिस प्रदेश ने 1989 का दंगा देखा, वह आज पूरी दुनिया में गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश की है। बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर बन रहा है। विराट रामायण मंदिर का निर्माण 20 जून से शुरू हुआ है। इसमें सबसे खास बात है कि इसे विराट बनाने में यहां के मुस्लिम परिवारों का बहुत बड़ा योगदान है।
इनमें परिवारों में से एक हैं-इश्तियाक अहमद खान। इन्होंने अपने परिवार की 23 कट्ठा जमीन मंदिर के लिए दान दे दी है। इश्तियाक ने कहा कि जमीन के अभाव में मंदिर की डिजाइन प्रभावित हो रही थी। ऐसे में परिवार वालों से विचार-विमर्श कर हमलोगों ने अपनी जमीन मंदिर को दान दे दी। कहा कि अल्लाह से दुआ है कि विराट रामायण मंदिर का निर्माण पूरा होने के बाद यहां पर्यटन को बढ़ावा मिले। ताकि स्थानीय लोगों को रोजी-रोजगार मिल सके।
बहुत परिवार ने मामूली रेट पर दान दी जमीन
इश्तियाक अहमद के अलावा बहुत से मुस्लिम परिवारों ने बेहद कम दाम पर अपनी जमीन मंदिर निर्माण के लिए दे दी। मंटू कुमार पटेल ने भी अपनी एक कट्ठा जमीन मंदिर के लिए दान दी है। इस मंदिर के निर्माण को लेकर यहां जाति-धर्म की दीवार पूरी तरह टूट चुकी है। सभी ने अपने सामर्थ्य के मुताबिक जमीन दान दी है।
2012 में हुआ था भूमि पूजन
मंदिर निर्माण के लिए 2012 में ही भूमि पूजन हुआ था। यह मंदिर अयोध्या से जनकपुर तक बनाए जा रहे राम-जानकी मार्ग पर बनाया जा रहा है। कंबोडिया सरकार की आपत्ति के कारण मंदिर का निर्माण रुका था। इस मंदिर में दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग भी स्थापित किया जाना है।