सिक्किम में बच्चे के जन्म पर महिला कर्मचारियों को इंक्रीमेंट मिलेगा। राज्य की सरकार ने एक प्रस्ताव तैयार किया है, जिसके अनुसार दूसरी बार मां बनने पर महिला कर्मचारियों को इंक्रीमेंट और तीसरे बच्चे के जन्म पर डबल इंक्रीमेंट मिलेगा। आम लोगों को भी ज्यादा बच्चे पैदा करने पर सुविधाएं मिलेंगी। वहीं, IVF से मां बनने वाली महिलाओं को 3 लाख की मदद दी जाएगी।
मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने जोरेथांग में माघे संक्रांति समारोह के दौरान इस बारे में जानकारी दी। CM ने कहा कि बीते कुछ सालों में सिक्किम में प्रजनन दर घटा है। यहां हर महिला पर एक बच्चे की सबसे कम वृद्धि दर दर्ज की गई है। वहीं, जातीय समुदायों की आबादी भी घट गई है। ऐसे में सीएम ने ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए जातीय समुदायों से जुड़े लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए यह घोषणा की।
CM ने कहा कि हमें महिलाओं और स्थानीय लोगों को ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत है, जिससे राज्य की प्रजनन दर में सुधार हो। हमारी सरकार पहले ही मां बनने पर महिला कर्मचारियों को 365 दिनों की छुट्टी और पुरुष कर्मचारियों को 30 दिन की लीव देती है। तमांग ने बताया कि इस योजना का लाभ एक बच्चे की मां को नहीं मिलेगा। ज्यादा बच्चे पैदा करने पर आम लोगों को भी सरकार की ओर से आर्थिक मदद दी जाएगी। इसका विवरण स्वास्थ्य और महिला एवं बाल देखभाल विभागों की ओर से तैयार किया जाएगा।
सरकार ने राज्य के अस्पतालों में IVF की सुविधा भी शुरू की है। इससे अगर महिलाओं को सामान्य तरह से गर्भधारण करने में परेशानी हो रही है तो वे तकनीक का सहारा ले सकते हैं। इस प्रोसेस के जरिए मां बनने वाली सभी माताओं को 3 लाख रुपए की मदद दी जाएगी। अब तक राज्य में IVF के जरिए 38 महिलाएं प्रेग्नेंट हो चुकी हैं, इनमें से कुछ बच्चों को जन्म भी दे चुकी हैं।
निरंतर बढ़ती जा रही देश की आबादी से उत्पन्न हो रही विभिन्न विसंगतियों को मद्देनजर रखते हुए जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की समय-समय पर मांग उठाई जा रही है। लेकिन सिक्किम की घटती जनसंख्या को देखकर चिंतित हुए मुख्यमंत्री ने आबादी बढ़ाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया है। बहरहाल यह तो समय ही बताएगा कि सिक्किम के सीएम का ये फैसला कितना सही है।