भोपाल। राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने औऱ गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने राजधानी भोपाल के होमगार्ड मुख्यालय में बने शिल्प उपवन का लोकार्पण किया। राज्यपाल ने इस मौके पर गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा द्वारा गत वर्ष अपनी जान जोखिम में डालकर बाढ़ पीड़ितों की मदद करने पर उनकी सराहना की। शिल्प उपवन के लोकार्पण समारोह के बीच राज्यपाल ने होमगार्ड के जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि
अपने प्राणों को संकट में डालकर दूसरों की जान बचाने वाले होमगार्ड के जवान देवदूतों की तरह लोगों की मदद करते हैं। आपदा में वे वास्तव में धरती पर भगवान का रूप होते हैं।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि जब दिल, दिमाग और हाथों का समन्वय होता है, तब शिल्पकार उत्कृष्ट शिल्पों का निर्माण करते हैं। आप एकाग्रता को कायम कर ही अच्छे शिल्पकार बन सकते हैं। राज्यपाल पटेल ने कहा कि आपदा में बिना डरे, बगैर पीछे हटे अपना कर्त्तव्य निभाने वाले जवानों का शिल्प उपवन में प्रदर्शन सराहनीय है। उन्होंने पत्थरों को तराशकर जीवंत बनाने वाले शिल्पकारों को बधाई दी। वही कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि “कौन कहता है कि भगवान नजर नहीं आता, आपदा में सिर्फ वही नजर आता है।” होमगार्ड के जवान संकट में फँसे लोगों की ईश्वर की तरह ही मदद करते हैं।
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जिंदगी हिम्मत से जीती जाती है। होमगार्ड के जवान शेरदिल हैं। हिम्मत की कोई कमी नहीं है। आपदा के समय जब ये मौजूद होते हैं, तो जनता में दृढ़ विश्वास होता है कि हर संकट चाहे बाढ़ हो, आग हो, कोई दुर्घटना हो, सभी से होमगार्ड के जवान बचाकर ले आयेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में होमगार्ड के जितने जवान हैं, उतनी ही जिंदगियाँ एक साल में उन्होंने बचाई हैं।
शिल्प उपवन में देश के शीर्षस्थ शिल्पकारों द्वारा होमगार्ड लाइन में पत्थरों को तराश कर शिल्पांकन किया गया। विध्न विनाशक गणेश, कामधेनु, शब्द ब्रह्म, चालक पक्षी, शिव शक्ति, प्रकृति तथा उल्कापिंड रूपी पत्थरों के श्रेष्ठ जीवंत शिल्प होमगार्ड मुख्यालय के शिल्प उपवन में प्रतिस्थापित किये गये हैं। पाषाण में रचे गये ये नयनाभिराम शिल्प ईश्वर, प्रकृति और इंसान के रिश्तों का बखूबी एहसास कराते हैं।