राजधानी भोपाल में टाइगर का मूवमेंट अब आम बात हो गया है। दरअसल बीते दिनों टाइगर के मूवमेंट के बाद वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। टाइगर का मूवमेंट आए दिन कलियासोत, केरवा के जंगलों में देखने को मिल रहा है। बीते दिन 3 शावक रोड किनारे देखने को मिले। जिनका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। बताया जा रहा है कि यह तीन शावको का जन्म, मदर फुल फॉर्म के ऊपर पहाड़ी पर बनी गुफा में हुआ। इनकी मां ने कुछ दिन पहले ही मदर फुल फॉर्म के पास जानवर का शिकार किया था।

राजधानी भोपाल : कितने टाइगर का मूवमेंट है
बताया जा रहा है कि राजधानी भोपाल से लगे हुए जंगलों में 18 बाघ और बाघनों का मूवमेंट है। जिसमें से 10 बाघिन हैं।इनका मूवमेंट भोपाल में अधिकतर देखने को मिलता है। बीते कुछ महीनों की यदि बात कर दी जाए तो भोपाल में टाइगर का मूवमेंट आम हो गया था। टाइगर का मूवमेंट कलियासोत, केरवा के अलावा रहवासी क्षेत्रों में भी हो चुका है। दरअसल बीते कुछ महीनों पहले टाईगर मेरिट कॉलेज के कैंपस में घुस गया था। जिसके बाद कैंपस में अफरा-तफरी का माहौल मच गया था। वन विभाग की टीम में पिंजरा लगाकर टाइगर को पकड़ा था।
टाइगर का मूवमेंट रहवासी इलाके चुना भट्टी में भी देखने को मिला था। दरअसल टाईगर चुना भट्टी स्थित भोज यूनिवर्सिटी में एंटर कर गया था। जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था। वही चुना भट्टी के स्वर्ण जयंती पार्क में भी टाइगर का मूवमेंट देखने को मिला। जिसके बाद पार्क को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया था। कलियासोत के बाल्मीकि पहाड़ी जो एक रहवासी इलाका है।वहां पर भी टाइगर का मूवमेंट आए दिन देखने को मिलता है।
वन्य प्राणियों के लिए काम करने वाले एक्टिविस्ट राशिद नूर का कहना है कि टाइगर का मूवमेंट भोपाल से सटे इलाकों में आम हो गया है। दरअसल टाइगर के लिए जो जंगल है उसमें कई जगहों पर कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है। टाइगर की जगह पर आम लोग घर फॉर्म हाउस बना रहे हैं। यहां के जंगलों को काटा भी जा रहा है।जिसको लेकर वह कई बार वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत भी कर चुके हैं। लेकिन कलियासोत केरवा के जंगलों की कोई सुध नहीं ली जा रही है। यही कारण है कि टाइगर जंगलों से निकलकर बाहर आ रहे हैं।