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आफत बनकर आया आई फ्लू

आफत बनकर आया आई फ्लू

आंखें लाल होने, जलन पड़ने पर दिखाएं चिकित्सक को, बाजार में आई ड्रॉप्स की डिमांड बढी, आंखों में जलन से परेशान हो रहे बच्चे, एक दूसरे से फैल रहा संक्रामण, मेडिकल स्टोरों पर लगी रही भीड़

मौसमी बीमारियों के साथ ही आई फ्लू की जद में जिला दो सप्ताह में 10 हजार से अधिक मरीज पहुँचे हास्पिटल

आशीष यादव/धार – गर्मी और उमस होने से वायरल के साथ अब आई फ्लू का भी संक्रमण लोगों में तेजी से फैल रहा है। मौसम के बिगड़े मिजाज से लोगों को गर्मी और उमस का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि अच्छी वर्षा नहीं हो रही है। इससे वायरल फीवर के मरीज बढ़े हैं, दो हफ्ते से आई फ्लू के मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। हर दिन की ओपीडी में दर्जनों मरीज आई फ्लू संक्रमित आ रहे हैं। शहर के अलावा ग्रमीण क्षेत्रो में आईफ्लू का संक्रमण तेजी से फैल रहा है।

घर का एक सदस्य संक्रमित हुआ, तो उसके संपर्क में आकर पूरा परिवार आई फ्लू का शिकार हो रहा हैं। बता देकी पिछले दिनों में बीते बारिश होने के साथ ही तापमान में लगातार घट बढ़ रहा है। अभी आलम ये है कि गर्मी और उमस होने से वायरल के साथ अब आई फ्लू का भी संक्रमण लोगों में तेजी से फैल रहा है इसके चलते अस्पताल की ओपीडी में वायरल के साथ ही आई फ्लू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस संबंध में नेत्र विशेषज्ञ ने बताया कि इस पिछले सप्ताह से आंख के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है।

गर्मी और उमस ज्यादा होने से वायरल के साथ ही आई फ्लू का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। आई फ्लू एक संक्रमित बीमारी है, जो संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने या उसकी तौलिया आदि का उपयोग करने से दूसरे व्यक्ति में फैलती है। हालांकि, लोगों में यह भी भ्रम है कि संक्रमित व्यक्ति की आंखों को देखने से भी आई फ्लू की चपेट में आ जाते हैं, जबकि यह गलत है।

नेत्र विशेषज्ञ राजेश देवड़ा ने बताया की आंख में किसी भी तरह के संक्रमण होने पर विशेषज्ञ डॉक्‍टर से इलाज करवाएं। क्योंकि, संक्रमण होने पर गलत दवाई डालने से आंख खराब होने का खतरा रहता है। गलत दवाई से मरीज को ओर परेशान होना पड़ेगा सेल्युलाइटिस भी हो सकता है, जिससे मरीज की आंख के अंदर तक संक्रमण फैल सकता है। ऐसे मरीज को इलाज के बाद ठीक होने में समय लगता है।

आफत बनकर आया आई फ्लू
आफत बनकर आया आई फ्लू

जिले में आई फ्लू का असर दिखने लगा :

आप को बता दे की की इसकी चपेट में युवा, बुजुर्ग और बच्चे आ रहे हैं। फ्लू बच्चों को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। आई फ्लू के शिकार बच्चे अधिक हो रहे हैं। यह संक्रमण कुछ ही समय में लोगों को अपनी चपेट में ले लेता है। इससे आंखों का रंग लाल हो जाता है और आंखों से कीचड़ भी आने लगता है। खासतौर से यह छोटे बच्चों में पाया जा रहा है। इससे उन्हें आंखों में हल्की जलन होती है। अगर किसी घर में एक बच्चा है। जो इस संक्रमण की चपेट में आ गया तो उस घर के सभी लोग धीरे-धीरे इसकी चपेट में आ जाते हैं।

हॉस्पिटलो में लग रही भीड़ :

बारिश के बाद निकल रही तेज धूप से बढ़ी नमीयुक्त उमस के कारण जिले मुख्यालय सहित अन्य ब्लॉक में तेजी से कंजक्टिवाइटिस (आई फ्लू) तेजी से फैल रहा है। इसके कारण सरकारी अस्पताल सहित निजी अस्पतालों व क्लीनिकों पर मरीजों की कतार लग रही है। प्रतिदिन इस बीमारी से लोग प्रभावित हो रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा संख्या बच्चों की देखने को मिल रही है।

दो सप्ताह में 10 हजार पहुचा आंकड़ा:

जिला हाॅस्पिटल में आई फ्लू के मरीज पिछले दिन में 1200 मरीज आंखों का इलाज कराने पहुंचे। जुलाई के आखरी सप्ताह में जिले में 10 हजार मरीज हास्पिटल में पहुंचे है व 40 फीसदी मरीज निजी मेडिकलो से आई फ्लू की दवा ले रहे है । जबकि पिछले दिनो जिला आस्पताल में 200 से ज्यादा मरीजों के पहुंचे है पर लेकिन इस बार इस संक्रमण का ज्यादा प्रभाव देखने को मिल रहा है।

खास बात यह है, कि परिवार के एक व्यक्ति की आंखें प्रभावित होने के बाद परिवार की आंखों में इंफेक्शन हो रहा है। इस कारण बाजार में खास प्रकार की आई ड्रॉप की मांग तेजी से बढ़ गई है। लोग बिना डॉक्टर की सलाह से ही मेडिकल से ड्राफ्ट लेकर अपना उपचार कर रहे हैं जिले में तापमान लगातार 27 डिग्री के आसपास चल रहा इस कारण भी यह बीमारी फैल रही है।

क्या होते हैं आई फ्लू के लक्षण :

आई फ्लू होने पर मरीज की आंख में दर्द, लाल होना, बार-बार कीचड़ आना और आंख का चिपकना जैसी स्थिति ही आई फ्लू के लक्षण हैं। अगर किसी भी व्यक्ति को इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं, तो उसे तुरंत विशेषज्ञ को दिखाना जरूरी है।

कैसे करें इससे बचाव:

आई फ्लू होने पर संक्रमित व्यक्ति के कपड़े, बर्तन, रूमाल, तौलिया आदि का उपयोग करने से दूसरे व्यक्तियों को बचना चाहिए। इसके साथ ही दिन में अपने हाथों को बार-बार साबुन से धोते रहना चाहिए। घर से बाहर जाते समय साबुन से हाथ धोने के बाद ही आंख को छुएं। इसके अलावा जब कभी बाहर से आएं, तो हाथ-पैर धोकर ही घर में प्रवेश करें हाथों को बार-बार आंखों पर न लगाएं। ठंडे पानी से आंखों को साफ करें। आंखों में चश्मा लगाएं।

जिला अस्पताल की ओपीडी मरीज पहुंचे

तारीख मरीज

  • 20 जुलाई 108
  • 21 जुलाई 94
  • 22 जुलाई 122
  • 23 जुलाई 177
  • 25 जुलाई 209
  • 26 जुलाई 211
  • 27 जुलाई 245
  • 28 जुलाई 240

यह एक सक्रमण है।

यह बीमारी तब होती है, जब आंख के एक भाग में कंजक्टिवा वायरस इंफेक्शन है यह संक्रमण के कारण सृजन हो जाती है। यह बीमारी 3 से 5 दिन में ठीक हो जाती है।
– डॉक्टर सौरभ बोराशी नेत्र विशेषज्ञ धार

आई फ्लू में आए मरीज तुरंत डॉक्टर को दिखाए:

विभाग ने इसको लेकर पहले ही तैयारी कर ली थी वही बैठक लेकर सभी बीएमएचओ आई फ्लू के बारे में बताता व स्वास्थ विभाग द्वारा जिले में एडवायजरी जारी की गई है, जिसमें लोगों को जागरुक करने के साथ ही बचाव की जानकारी दी जा रही है। जिले में कही भी आई फ्लू की चपेट में आने वाले मरीज तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क करें घरेलू इलाज ना करे डॉक्टरों की सलाह से ही दवाई का उपयोग करें.
– नरसिंह गहलोद सीएमएचओ धार

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