भोपाल। भाजपा और कांग्रेस नेताओं का ‘घुटना तोड़ने’ से शुरू हुई राजनीति बुधवार को रामधुन और भजन पर खत्म हो गई। दोनों तरफ से दूर से ही भजन पर आमना-सामना हुआ। दिग्विजय सिंह और कांग्रेसियों को रोकने के लिए पुलिस ने भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा के घर के आसपास जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दी थी।
दिग्विजय सिंह कांग्रेस नेताओं के साथ मिंटो हॉल स्थित गांधी प्रतिमा से विधायक रामेश्वर शर्मा के घर की तरफ बढ़े। विधायक के घर से 200 मीटर पर बैरिकेडिंग के पास पुलिस ने उन्हें रोक लिया। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा के पूरे बंगले को छावनी में तब्दील कर दिया। यहां भाजपा विधायक शर्मा के बंगले पर भी सुबह से रामधुन का आयोजन देखने को मिला जहां वह अपने समर्थकों के साथ रामधुनी करते हुए नजर आए। दिग्विजय सिंह के लौटने पर रामेश्वर शर्मा ने कहा कि उन्होंने कहा था कि रामधुन करने आने वाले थे। राम को भजने वाले को तो हम हमेशा प्रणाम करते है। पैर तोड़ने के बयान के सवाल पर कहा कि उनके पैर क्यों तोड़े। वो क्या सत्ता में है। पैर जनता तोड़ती है। वो राम को काल्पनिक बताते रहे। यदि उनके मन में, वचन में सच्ची आस्था होती तो भगवान ही रास्ते बनाते है।
रामधुन करने वाले रामभक्तों के लिए प्रसाद में हलवा, पूड़ी और सब्जी के प्रसाद का भी इंतजाम किया गया।
मृदुभाषी के लिए मो. ताहिर खान की रिपोर्ट।