विनय यादव. मध्य प्रदेश में चार सीटों पर उपचुनाव होने वाले है, मतलब वापस से बड़ी-बड़ी राजनेताओं को रैलियां और वहीं कार्यकर्ताओं की भीड़। यहां फिर से ना कोई मास्क लगाते हुए नजर आएगा और ना ही किसी तरह की सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होने वाला है। हम इसके पहले हुए दमोह उपचुनाव को अभी तक भूले नहीं है, याद है हमें किस तरह से पूरा देश कोरोना से लड़ाई लड़ रहा था और चुनावी पार्टियां किस तरह से चुनाव लड़ने में लगी हुई थी। और ना ही वहां मौजूद राजनेताओं को जनता की फिक्र थी कि कोरोना किस हद तक लोगों की जान ले रहा है।
हम फिर से उसी और जाने की तैयारियां में है, चुनाव के लिए प्रत्याशियों ने अपना नामांकन भी भर दिया है, नेताओं ने लोगों की भीड़ को बुलाकर सभाएं लेना भी शुरु कर दी है, लेकिन इसका पूरा खामियाजा जनता को भूगतना पड़ सकता है। एक और तो ये राजनेता लोगों से अपील करते हुए नजर आते है कि मास्क पहने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और वहीं दूसरी और यहीं राजनेता लोगों को बड़ी संख्या में अपनी सभाओं में आने के लिए भी निमंत्रण देते हुए नजर आते है।
सभी लोगों से निवेदन है कि राजनेताओं के चक्कर में अपना और अपने परिवार का ध्यान रखना ना भूले।