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मप्र में हर घंटे 26 लोगों में हो रहा कोरोना संक्रमण, हर दिन दो गुनी हो रही संक्रमण दर

इंदौर-भोपाल। मप्र में शहर में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में संक्रमण दर हर दिन लगभग दोगुनी हो रही है। उधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कोरोना की समीक्षा बैठक की। इसमें यह तथ्य उभरकर आया कि प्रदेश में तीसरी लहर का पीक 25 से 30 जनवरी के बीच में होने का अनुमान है। इस दौरान प्रदेश में 19 से 20 हजार केस प्रतिदिन आ सकते हैं। यानी यह संख्या दूसरी लहर से लगभग डेढ़ गुना होगी।

चौंकाने वाली है रफ्तार

प्रदेश में जनवरी के शुरुआत में कोरोना की रफ्तार चौंकाने वाली है। दिसंबर में एक दिन में जितने औसत केस आ रहे थे, उतने अब हर घंटे आ रहे हैं। दिसंबर में औसत 29 केस एक दिन में आए हैं। जनवरी के चार दिन की रिपोर्ट देखें तो हर घंटे औसत 26 केस निकल रहे हैं। प्रदेश की संक्रमण दर भी एक प्रतिशत हो गई है। प्रदेश में दिसंबर के 31 दिन में 904 संक्रमित आए थे, जनवरी के 4 दिन में ही 1291 केस आए हैं। एक दिन में ही 300 केस बढ़कर करीब 600 हो गए। प्रदेश में 7 दिन के भीतर कोरोना की रफ्तार 800 फीसदी तक बढ़ गई है। 7 दिन पहले 29 दिसंबर को 72 नए केस आए थे, जो 4 जनवरी को 594 हो गए। इंदौर में 820, भोपाल में 261, ग्वालियर में 103 और जबलपुर में 73 एक्टिव हो गए हैं।

आधे से ज्यादा केस इंदौर में

प्रदेश के आधे से ज्यादा केस इंदौर में हैं। इंदौर में दिसंबर से कोरोना मरीजों के बढ़ने का सिलसिला शुरू हुआ था। नए साल में इसकी रफ्तार एकदम तेज हो गई। हालात ये है कि संख्या तीन अंकों में पहुंच गई है। जो नए मरीज मिले हैं उनमें सर्वाधिक विजय नगर, महालक्ष्मी नगर, साकेत, श्रीनगर से लेकर बायपास की कॉलोनियों में रहने वाले हैं। इनमें करीब 10 से 15 मरीज ऐसे हैं जिनकी संख्या 18 वर्ष से कम हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बायपास क्षेत्र से लगे वार्ड 76 में सर्वाधिक 20 मरीज मिले हैं। विजय नगर में 13 मरीज, महालक्ष्मी नगर में 11 और साकेत श्रीनगर क्षेत्र में 17 मरीज मिले हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी कुछ मरीज मिले हैं।

पूरी नहीं हो पा रहा जांच का लक्ष्य

प्रदेश में पांच दिन तक कोरोना के सैंपलों की संख्या 61 हजार के ऊपर रही। दो दिन से यह आंकड़ा 60 हजार से नीचे है। जबकि प्रदेश में हर दिन 70 हजार सैंपलों की जांच का लक्ष्य है, लेकिन यह पूरा नहीं हो पा रहा है। बुधवार को रैपिड एंटीजन किट से 14125 सैंपल की जांच में 46 मरीज मिले। यानी रैपिड किट से संक्रमण दर 0.32 रही, जबकि आरटी-पीसीआर तकनीक से 45,500 सैंपलों की जांच की गई। इसमें 1.18 फीसद पाजिटिव आए हैं।

चार-पांच दिन में ठीक हो रहे मरीज

इंदौर में मरीजों की संख्या बढ़ने के बावजूद राहत की बात यह है कि करीब 90 फीसदी मरीजों में गंभीर लक्षण नहीं है। न बुखार है न ही जुकाम है। ऐसे में इन मरीजों को होम आइसोलेट किया जाएगा। जिन मरीजों का अस्पताल में उपचार चल रहा है वे भी चार से पांच दिन में स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं।

इंदौर के ये इलाके हॉटस्पॉट

इंदौर में जो नए मरीज मिले हैं उनमें सर्वाधिक विजय नगर, महालक्ष्मी नगर, साकेत, श्रीनगर से लेकर बायपास की कॉलोनियों में रहने वाले हैं। इनमें करीब 10 से 15 मरीज ऐसे हैं जिनकी संख्या 18 वर्ष से कम हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बायपास क्षेत्र से लगे वार्ड 76 में सर्वाधिक 20 मरीज मिले हैं। विजय नगर में 13 मरीज, महालक्ष्मी नगर में 11 और साकेत श्रीनगर क्षेत्र में 17 मरीज मिले हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी कुछ मरीज मिले हैं।

एक्टिव केस

  • 820 इंदौर में
  • 261 भोपाल में
  • 103 ग्वालियर
  • 73 जबलपुर में

यहां ये बड़े हॉटस्पॉट

इंदौर
यहां महालक्ष्मी नगर में 30 से ज्यादा एक्टिव मरीज हैं।
भोपाल
राजधानी में आधे एक्टिव केस कोलार इलाके से ही हैं।
ग्वालियर
ग्वालियर में 35 से ज्यादा एक्टिव मरीज है। 10 से ज्यादा सिर्फ सिटी सेंटर में हैं।
जबलपुर
यहां भवानी प्रसाद वार्ड में सबसे अधिक 29 केस एक्टिव हैं।

100 में से 26 पॉजिटिव

इंदौर में 100 सैंपल में से 26 की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। 48 मरीजों को डिस्चार्ज भी किया गया है। एक्टिव मरीजों की संख्या 820 हो गई है। -डॉ. बीएस सेत्या, सीएमएचओ, इंदौर

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