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प्रदेश में कोरोना ने फिर पसारे पैर, 24 घंटे में 20 मामले आए सामने, सीएम ने बुलाई आपात बैठक

भोपाल। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने सबकी टेंशन बढ़ा दी है। इंदौर और भोपाल में भी कोरोना के बढ़ते केसों के कारण प्रदेश सरकार सकते में आ गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भोपाल में आपात बैठक बुलाई। उन्होंने अफसरों को सख्त हिदायत दी कि कोरोना इस बार फैल न पाए, इसके लिए सभी जरूरी कदम तत्काल उठाए जाएं। मरीज को आइसोलेट कर तुरंत पूरे परिवार की जांच की जाए। अस्पतालों में वेंटिलेटर से लेकर आॅक्सीजन कॉन्संट्रेटर तक सब उपलब्ध हो। जरूरत पड़े, तो उस एरिया को कंटोनमेंट कर दो। मुख्यमंत्री ने मास्क लगाने, कोरोना टेस्ट बढ़ाने, जरूरत होने पर छोटे कंटेनमेंट जोन बनाने और सोशल डिस्टेंसिंग की अपील करने को लेकर निर्देश दिए हैं। अस्पतालों में बेड और दवाई की उपलब्धता रखने को भी कहा है। शिवराज ने कहा कि वे खुद भी सड़क पर उतरेंगे और लोगों को मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को लेकर जागरूक करेंगे।

प्रदेश में 24 घंटे में 20 केस आए, भोपाल में ही आधे

पिछले 24 घंटे में भोपाल में सबसे ज्यादा 14, इंदौर में 5 और जबलपुर में 1 कोरोना केस मिला है। एक दिन पहले छोटे शहरों में भी केस सामने आए हैं। इसके बाद ही सीएम शिवराज ने मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के साथ आपात बैठक की। भोपाल में कोरोना को कंट्रोल करने के लिए भोपाल कमिश्नर, आईजी, डीआईजी, कलेक्टर और सीएमएचओ को भी बैठक में बुलाया था।

ये रहेगी व्यवस्था

बैठक में सीएम शिवराज निर्देश देते हुए कहा कि एक क्षण भी लापरवाही ना हो। टेस्ट की संख्या बढ़ाएं, मरीजों को आइसोलेट करें। जरूरत होने पर छोटे कंटेंटमेंट जोन बनाए जाएं। बाहर से आने वाले लोगों के जरिए कोरोना न फैल पाए, इसलिए भोपाल एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर तुरंत कोरोना जांच शुरू की जाए। भोपाल में काटजू अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों को कोरोना मरीजों के लिए रखें। अस्पतालों में कोरोना से संबंधित सभी आवश्यक मशीन और उपकरण को एक बार चेक करा लें। एक पूरी कार्ययोजना तैयार कर पूरा प्रशासन अलर्ट पर रहे। सीएम ने कहा कि वो खुद जागरूकता अभियान के लिए निकलेंगे। अभी रोज एवरेज 53 हजार टेस्ट हो रहे हैं। इसे बढ़ाकर 70 हजार करने का टारगेट रखा गया है। गौरतलब है कि इंदौर में सेकंड वेव के टाइम 9 से 10 हजार टेस्ट रोजाना हो रहे थे, जो घटकर लगभग साढ़े 5 हजार हो गए हैं। ऐसी ही स्थिति भोपाल की भी है।

पीएस हेल्थ को हिदायत

सीएम ने पीएस हेल्थ को निर्देश जारी करते हुए कहा कोरोना के संबंधित आंकड़े मेरे सामने रोज सुबह और शाम नियमित रूप से रखें। प्रदेश के सभी अस्पतालों में कोरोना से संबंधित मशीनरी की समीक्षा करें। इनका ट्रायल कर लें। बच्चों के वार्ड, आॅक्सीजन प्लांट, आॅक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर सहित अन्य उपकरण की जांच कर लें। प्रदेश में रोको टोको अभियान को गति दें। कोई भी आंकड़े न छुपाए जाएं। जिला सीएमएचओ की बैठक तुरंत लें। जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी में एक पूरा प्रेजेंटेशन दें।

भोपाल को लेकर ज्यादा फोकस

पिछले 10 दिनों में भोपाल में कोरोना के सबसे ज्यादा केस मिले हैं। इसके चलते सीएम ने यहां पर ज्यादा फोकस करने को कहा है। उन्होंने कहा कि भोपाल एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर कोरोना जांच शुरू करें। काटजू अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों को चयनित करके रखें। अस्पतालों में कोरोना से संबंधित सभी आवश्यक मशीन और उपकरण को एक बार चेक करा लें, ताकि कोई दिक्कत न हो। वहीं, एक कार्ययोजना तैयार कर पूरा प्रशासन अलर्ट पर रहे।

नऐ वेरिएंट ने बढ़ाई चिंता

कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने चिंता बढ़ा दी है। प्रदेश सरकार ने भी सभी जिलों को अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं, मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग जैसी सावधानियां बरतने की सलाह दी जा रही है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने लोगों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने को कहा है, ताकि संक्रमण से बचा जा सके। वहीं, 1 दिसंबर को वे क्राइसिस कमेटियों की मीटिंग भी लेंगे।

बाजारों में जाएं तो यह जरूर करें

  • मास्क जरूर पहनें। यही पहला बचाव है।
  • एक-दूसरे से सोशल डिस्टेंसिंग रखें।
  • हाथों को सैनिटाइज जरूर करें।
  • कोई लक्षण दिखे, तो तुरंत टेस्ट कराएं।

इंदौर में विदेश से आए 157 लोग

कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से दुनियाभर में हड़कप मच गया है। फिलहाल तो इस वेरिएंट का कोई मरीज इंदौर में नहीं मिला है, लेकिन एहतियात बरती जा रही है। खासकर विदेशों से आने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है। इंदौर की चिंता इसलिए बढ़ी है, क्योंकि भारत सरकार ने जो सूची जारी की है उसमें 157 ऐसे लोगों के नाम हैं, जो नवंबर के महीने में विदेश से इंदौर आए। इसके बाद से इंदौर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है और विदेश से आए लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। नाम-पतों के आधार पर इन तक पहुंचा जाएगा। इनकी कांटेक्ट व ट्रेवल हिस्ट्री भी देखी जाएगी। जिन यात्रियों की सूची जारी की गई है उनमें अधिकांश पाकिस्तान, बांग्लादेश, यूके व अमेरिका से आने वाले लोग हैं। इधर एयरपोर्ट पर भी विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए सख्ती बरती जा रही है।

भोपाल-इंदौर बने हॉटस्पॉट

कोरोना प्रतिबंधों से छूट मिलने के बाद एक बार फिर से मध्यप्रदेश में नए केस तेजी से बढ़ रहे हैं। 13 दिन में प्रदेश में 169 संक्रमित मिले हैं। इनमें भोपाल में सबसे ज्यादा 65 और इंदौर में 64 केस हैं। राजधानी और इंदौर कोरोना के हॉटस्पॉट बन गए हैं। इनके अलावा, जबलपुर-ग्वालियर जैसे बड़े शहरों के साथ रायसेन, दमोह, शहडोल, बैतूल, नरसिंहपुर, बड़वानी और होशंगाबाद में भी संक्रमण फैल रहा है। प्रदेश सरकार ने 17 नवंबर को कोरोना के सभी प्रतिबंध हटा दिए थे। इसके बाद कोरोना के केस में भी बढ़ोतरी होने लगी, क्योंकि अब शादी में न तो मेहमानों की संख्या निर्धारित है और न ही कोई रोक-टोक है। ऐसे में लोग भी संक्रमितों के संपर्क में आकर पॉजिटिव हो रहे हैं। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 1 से 15 नवंबर के बीच प्रदेश में कोरोना के कुल 123 केस मिले थे। यह आंकड़ा 17 से 29 नवंबर के बीच 169 पर पहुंच गया।

13 दिन में 169 संक्रमित मिले

भोपाल – 65
इंदौर – 64
रायसेन – 14
दमोह – 11
जबलपुर – 8
शहडोल – 2

24 घंटे में 20 केस आए सामने

मध्यप्रदेश में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 20 केस सामने आए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 14 केस राजधानी भोपाल के है। वहीं, इंदौर में 5 और जबलपुर में 1 पॉजिटिव मिला है। 28 नवंबर को प्रदेश में 12 केस मिले थे। इसकी सरकार ने राहत की सांस ली थी, लेकिन 29 नवंबर को आंकड़ा फिर बढ़ गया। स्वास्थ्य विभाग संक्रमितों की कॉन्टैक्ट और ट्रैवल हिस्ट्री पर फोकस कर रहा है। ताकि, उनके टेस्ट भी हो सके। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया, 29 नवंबर को प्रदेश में 53 हजार से अधिक टेस्ट किए गए थे। इनमें 20 पॉजिटिव केस मिले हैं।

प्रदेश में 119 एक्टिव केस

प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 53 हजार 224 कोरोना के टेस्ट किए गए। इनमें 20 पॉजिटिव मिलें। वहीं, 27 लोग स्वस्थ हुए। अभी प्रदेश में 119 केस एक्टिव है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार प्रदेश में अब तक 7 लाख 93 हजार 161 लोग पॉजिटिव हो चुके हैं। इनमें से 7 लाख 82 हजार 514 ठीक हो गए। कोरोना के कारण 10 हजार 528 लोग जान गंवा चुके हैं। वहीं, प्रदेश में रिकवरी रेट 98.65 फीसद है। वहीं, पॉजिटिविटी रेट 0.03 फीसद है।

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