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बड़वानी में छात्रा की आत्महत्या के बाद पीएम को लेकर परिजन ने किया हंगामा

बड़वानी में छात्रा की आत्महत्या के बाद पीएम को लेकर परिजन ने किया हंगामा

शव का पीएम कराने के लिए घंटों परेशान होते रहे परिजन, हंगामे के बाद डॉक्टरों की बनाई गई टीम ने किया पोस्टमार्टम

बड़वानी। शहर की न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक छात्रा ने अज्ञात कारणों से आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद छात्रा के शव के पोस्टमार्टम को लेकर परिजन को घंटों परेशान होना पड़ा। लंबे इंतजार के बाद पोस्टमार्टम हो सका। पोस्टमार्टम को लेकर हंगामेदार स्थिति भी देखने को मिली।

शव के पोस्टमार्टम के लिए लंबा इंतजार कराने पर मृतका के परिजन भड़क गए और सिविल सर्जन के कक्ष में जाकर जमकर हंगामा किया। इसके बाद शव के पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों की टीम बनाई गई और पोस्टमार्टम हो सका। गुस्साए परिजन ने सीएस के कक्ष में जमकर हंगामा किया। इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस ने नाराज लोगों को समझाइश देकर शांत कराने की कोशिश की, लेकिन परिजन शव का पीएम कराने में हो रही देरी की बात कर आक्रोशित हो उठे। पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों की टीम के पहुंचने के बाद परिजन का गुस्सा शांत हो सका।

11 बजे भी नहीं पहुंचे थे डॉक्टर

जानकारी के अनुसार जिले की पानसेमल तहसील के ग्राम राइखेड़ा निवासी छात्रा जिला मुख्यालय पर न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहकर पढ़ाई कर रही थी। सोमवार शाम को उसने अज्ञात कारणों के चलते खुदखुशी कर ली। शाम करीब सात बजे छात्रा के परिजन शव लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जिसके बाद दूसरे दिन मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम होना था। सुबह 11 बजे तक कोई भी डॉक्टर पोस्टमार्टम के लिए नहीं आया, जिसके बाद परिजन का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने जिला अस्पताल जाकर सिविल सर्जन डॉ. मनोज खन्ना के सामने जमकर हंगामा किया। परिजन द्वारा किए गए हंगामे के बाद डॉक्टरों की टीम बनाई गई और फिर छात्रा के शव का पोस्टमार्टम किया गया।

डॉक्टर समय पर नहीं पहुंच थे

सिविल सर्जन डॉ. मनोज खन्ना ने बताया कि सुबह पुलिस कार्रवाई होनी थी, साथ ही समय पर डॉक्टर पहुंच नहीं पाए थे, जिसके कारण पीएम में देरी हो गई और परिजन ने हंगामा कर दिया। उन्होंने बताया कि फिलहाल मामला शांत है।

लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई होना चाहिए
मृतिका के परिजन राजू बर्डे ने बताया कि वे सोमवार शाम 7.30 बजे शव लेकर जिला अस्पताल आए थे। मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे का बोला गया था, लेकिन 11 बजे तक पीएम के लिए कोई नहीं आया। पीएम के लिए उन्हें आठ से 10 बार अस्पताल दौड़ना पड़ा, वहीं जब सभी ने एकत्रित होकर अस्पताल में हंगामा किया तो टीम बनाकर डॉक्टरों को भेजा गया। उन्होंने कहा कि जिम्मेदारों ने काफी लापरवाही बरती है। लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई होना चाहिए।

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