नई दिल्ली। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से अब तक 96 नागरिक, 81 सुरक्षाबल और 366 आतंकी मारे गए हैं। यह जानकारी राज्यसभा में बुधवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने दी। उन्होंने बताया कि इस अवधि में किसी कश्मीरी हिंदू या पंडित ने घाटी नहीं छोड़ी। कुछ परिवार कश्मीर से निकल कर जम्मू क्षेत्र चले आए हैं। इनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं। बहुत से परिवार सरकारी कर्मचारियों के हैं। अधिकतर मूवमेंट दरअसल सरकारी कार्यालयों के शीतकाल में जम्मू जाने व स्कूलों में सर्दियों की छुट्टियों की वजह से हुआ।
31,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव
सांसद नारायण दास गुप्ता के सवाल के जवाब में राय ने बताया कि जम्मू-कश्मीर सरकार को अनुच्छेद 370 हटने के बाद से अब तक 31,000 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। सरकार ने 19 फरवरी 2021 को जम्मू-कश्मीर के लिए केंद्र की औद्योगिक विकास योजना जारी की थी। राज्य की औद्योगिक नीति, निजी उद्योग क्षेत्र विकास नीति और भू आवंटन नीति भी बनाई गई हैं। इनके जरिए निवेश आना शुरू हुआ है।
सख्त कानून पर चल रहा विचार
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में कहा कि देश में ओवर द टॉप (ओटीटी) प्लेटफॉर्म पर प्रसारित होने वाली फिल्मों व टीवी शो पर नियंत्रण के लिए गहन मंत्रणा चल रही है। उन्होंने कहा कि ओटीटी की सामग्री से देश के विभिन्न समुदायों व धर्मों के बीच वैमनस्य बढ़ाने की चिंता बनी हुई है। यह साइबर क्राइम का भी विषय है और यह बच्चों पर असर डाल रहा है।
सदन में नहीं, अब बाहर ही रहेगी दोस्ती
लोकसभा में कानून मंत्री किरेन रिजिजू और टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी के बीच हुई नोंकझोंक चर्चा का विषय बनी। बनर्जी के टोका-टोकी से नाराज रिजिजू ने उनकी सदन में इज्जत न करने की घोषणा की। जब बनर्जी ने पूछा कि सदन के बाहर भी नहीं? तो कानून मंत्री का जवाब था वहां आप मेरी इज्जत करते हैं इसलिए मैं भी आपकी इज्जत करुंगा। उस दौरान कानून मंत्री जजों के वेतन और सेवा शर्तों से जुड़े बिल पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे थे।
हफ्ते में पूछ सकेंगे एक ही पूरक प्रश्न
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान संसद सदस्य एक सप्ताह में बस एक ही पूरक प्रश्न पूछ सकेंगे। स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सभी सदस्यों को मौका देने के लिए वह ऐसा करना चाहते हैं। बुधवार को टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय को पूरक प्रश्न पूछने का मौका नहीं मिला। आपत्ति जताने पर स्पीकर ने कहा कि उन्हें मंगलवार को मौका दिया गया था। स्पीकर ने कहा कि उन्होंने पूरक प्रश्न पूछने के मामले में विपक्ष को वरीयता दी है।
आपत्तिजनक टिप्पणी पर वर्मा को फटकार
शून्यकाल के दौरान स्पीकर की भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा को दिल्ली के सीएम के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी पर फटकार के बाद खेद व्यक्त करना पड़ा। विवाद शुरू होने के बाद बयान को कार्यवाही से बाहर कर दिया गया।