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गणेश घाट पर ब्रेक फेल होने से हादसा ट्राला चालक और परिचालक वाहन में फंसने से जिंदा जले, मौत

धार/धामनोद। नेशनल हाईवे फोरलेन के गणपति घाट यानी मौत के घाट के रूप में पहचान बना चुके गणपति घाट पर शनिवार को फिर एक हादसा हो गया। घाट उतर रहे ट्राले के ब्रेक फेल होने से वह अनियंत्रित होकर डिवाइडर कूदकर घाट चढ़ रहे दो अन्य वाहनों से जा भिड़ा। हादसे के बाद तीनों वाहनों में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। हादसे में दो लोग जिंदा जल गए तो तीन लोगों के घायल होने की जानकारी है। वाहनों की लंबी कतार लग गई। फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया गया।


जानकारी अनुसार इंदौर की ओर से जा रहे ट्राले (आरजे 42 जीए 1903) के ब्रेक फेल होने से अनियंत्रित होकर आगे चल रहे दो वाहनों को हल्की सी टक्कर मारते हुए ट्राला डिवाइडर कूदकर घाट चढ़ रहे कंटेनर (एमएच 15 जीबी 9962) और दूसरे कंटेनर (एनएल 01 एन 1283) को टक्कर मारकर सड़क पर पलट गया। हादसे के बाद तीनों वाहनों में आग लग गई। धामनोद, धरमपुरी, मांडू, महेश्वर सहित पांच जगह की फायर ब्रिगेड की मदद से दो घंटे बाद आग पर काबू पाया गया। हादसे में ब्रेक फेल ट्राले के चालक व परिचालक अपने ही वाहन में फंस गए। आग की लपटें तेज होने के कारण उन्हें वाहन से निकालना मुश्किल हो रहा था, जिससे दोनों वाहन में जलकर कंकाल बन गए। वहीं तीसरा युवक वाहन में नहीं फंसा इसलिए उसने कूदकर जान बचा ली।

सड़क डिवाइड कर निकाले वाहन
हादसे में चालक मनोज रावत (25) और परिचालक प्रहलाद रावत (25) दोनों निवासी राजस्थान (चित्तौड़गढ़) के थे। हादसे के दौरान एक बस भी पास से गुजर रही थी, वह भी हादसे के वक्त कुछ देर के लिए वही खड़ी हो गई। तभी ग्रामीण तुरंत बस में सवार करीब 50-60 यात्रियों को बस से उतारकर कुछ दूरी पर ले गए, जिसके बाद बस को भी आगे लाया गया। बस से यात्रियों को सुरक्षित इंदौर के लिए रवाना किया गया। हादसे के बाद घाट पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। आने-जाने वाले लोग परेशान होते रहे। तभी प्रशासन ने सड़क डिवाइड कर मानपुर एवं महेश्वर जामघाट होते हुए अन्य रास्तों से कई वाहनों को निकाला।

कंटेनर में भरी 7-8 कारें हुईं खाक, लाखों कानुकसान
ब्रेक फेल ट्राले ने दो कंटेनरों को टक्कर मार दीं। एक कंटेनर में करीब 7 से 8 लग्जरी कारें भरी थीं, जो जलकर खाक हो गई। वहीं, दूसरे कंटेनर में अन्य सामान भरा था, जो पूरी तरह जल गया। हादसे में लाखों रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। कंटेनर में रखी कारों में आग बुझाने में प्रशासन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा कंटेनर चारों तरफ से बंद होने के कारण अंदर तक पानी पहुंच नहीं पा रहा था, तभी क्रेन की मदद से कंटेनर के पीछे का गेट तोड़कर फायर ब्रिगेड की मदद से कंटेनर के अंदर पानी डाल अंदर जल रही कारों की आग पर पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक सभी कारें जलकर खाक हो चुकी थीं।

वाहनों की लगी कतार, गर्मी में बच्चों सहित राहगीर होते रहे परेशान
हादसे के बाद से ही घाट पर वाहनों का आवागमन कुछ देर के लिए रोक दिया गया, जिसके कारण वाहनों की लंबी कतार लग गई। आग पर काबू पाने के करीब 2 घंटे बाद वाहनों का घाट पर आवागमन चालू किया गया। 2 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार लग गई। बस में सवार यात्रियों सहित कार में छोटे-छोटे बच्चे गर्मी में परेशान होते रहे। वहीं जाम लगने के कारण रोड को दो भागों में डिवाइड भी किया गया। मानपुर में वाहनों को सगड़ी बगड़ी होते हुए भारूपुरा घाट उतारकर धामनोद की ओर पुन: निकाला गया। वहीं इंदौर जाने वाले लोगों को गुजरी गांव में अंदर से महेश्वर जाम घाट होते हुए इंदौर के रास्ते पर निकाला गया।

सोशल मीडिया पर निकाली भड़ास
घटना के बाद सोशल मीडिया पर जमकर लोगों ने गणेश घाट पर हो रही दुर्घटनाओं के विरोध में भड़ास निकाली। लोगों ने सोशल मीडिया पर तत्काल टोल बंद करने की मांग की तो किसी ने सोशल मीडिया पर टोल कंपनी के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की बात कही।

गनमैन ने उठाया फोन
इस विषय में धार सांसद छतर सिंह दरबार से चर्चा करना चाही तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया, वहीं धरमपुरी विधायक पाचीलाल मेड़ा के गनमैन ने फोन उठाया और कहा कि साहब व्यस्त हैं।

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