मथुरा: वृंदावन में उस वक्त यमुना नदी के किनारे पर खड़े लोगों के होश फाख्ता हो गए, जब उन्होंने यमुना नदी में एक तसले को तैरते हुए देखा। तसले को जब गौर से देखा गया तो उसमें एक बच्चा रखा हुआ था और वह हाथ-पैर चला रहा था।
स्वस्थ बताया जा रहा है शिशु
वृंदावन की सुबह हमेशा की तरह भक्ति में डूबी हुई थी, लोग यमुना के किनारों पर खड़े होकर यमुना के कलकल बहते जल को निहार रहे थे। वैसे तो यमुना प्रवाह में किसी वस्तु का बहकर आना कोई विशेष बात नही है, लेकिन गुरुवार की सुबह विशेष थी। यमुना के जल में एक तसला बहकर आ रहा था। किनारे पर खड़े लोगों ने देखा कि उसमें कुछ हलचल हो रही है। नजदीक से देखने पर पता चला कि उसमें एक नवजात रखा हुआ है। नवजात को बहता देख स्थानीय लोगों ने तत्काल उसको बाहर निकाला और पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस के साथ स्थानीय लोगों ने बच्चे को जिला अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने शिशु को ऑब्जर्वेशन में रखा है और फिलहाल बच्चा स्वस्थ बताया जा रहा है।
बच्चा है ट्रांसजेंडर
बच्चा एक या दो दिन का है और पानी गांव पुल के पास मिला है। बच्चे का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि बच्चा ट्रांसजेंडर है। डॉक्टरों ने फिलहाल नवजात को स्वस्थ पाया। उसका वजन तकरीबन 3 किलो है। बच्चे के मिलने की सूचना चाइल्ड लाइन संस्था को दे दी गई है। संस्था के सदस्य कृष्णकुमार ने बताया कि डाक्टरों के आब्जर्वेशन के बाद बच्चे को बाल समिति के पास भेजा जाएगा। वहां से बच्चा चाइल्ड लाइन को मिलेगा। संस्था ने भी नवजात के ट्रांसजेंडर होने के कारण ही उसके परिजनों द्वारा नदी में बहाने की आशंका जताई है।