बरेली के सराफ के साथ न्यू तिनसुखिया-अमृतसर एक्सप्रेस में 65 लाख रुपये के जेवर की चोरी के मामले में लखनऊ चारबाग जीआरपी ने खुलासा कर दिया। प्रेमिका को सैर कराने और कर्ज भरने के लिए चलती ट्रेन में आभूषणों से भरा बैग सराफ ने प्रेमिका से उठवाया था। बैग में 1400 ग्राम सोना व अन्य सामान रखा था। बरेली आकर जीआरपी थाने में 65 लाख रुपये के जेवर चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज करा दी। चारबाग जीआरपी इंस्पेक्टर ने जांच के बाद मुकदमा दर्ज कराने वाले युवक के पास से ही सोना बरामद किया। पुलिस ने युवक और उसकी महिला मित्र को गिरफ्तार कर लिया है।
जीआरपी इंस्पेक्टर ने बताया कि बरेली के थाना किला स्थित सौदागरान मजार वाली गली निवासी विवेक कुमार रस्तोगी सोने के आभूषण की कारीगरी करता है। वह 27 सितंबर को कुंभ एक्सप्रेस से बरेली से वाराणसी गया था। वहां ज्वैलर्स से काम के बदले 1400 ग्राम सोना प्राप्त किया। अगले दिन न्यू तिनसुकिया अमृतसर एक्सप्रेस की एसी थर्ड कोच में सवार होकर बरेली जा रहा था। विवेक कुमार रस्तोगी की महिला मित्र बरेली की भरतौल निवासी लक्ष्मी यादव और बरेली के ही सुभाषनगर निवासी अपने भांजे आशीष रस्तोगी बोलेरो कार बुक कराकर बरेली से लखनऊ आ गए। लक्ष्मी भी विवेक के साथ ट्रेन से सवार हो गई, जबकि भांजा आशीष बोलेरो के चालक रवि कश्यप के साथ आलमबाग यार्ड के आउटर पर पहुंच गया। सुनियोजित तरीके से ट्रेन के चलते ही विवेक अपना बैग सीट नंबर 36 पर रखकर शौचालय चला गया, जबकि लक्ष्मी उसका सोने वाला बैग लेकर उतर गई। विवेक ने 139 पर 1400 ग्राम सोना चोरी होने की सूचना दी। एसपी रेलवे पूजा यादव ने शाहजहांपुर में जीआरपी को भेजा, लेकिन विवेक ने बरेली में मामला दर्ज कराने को कहा।
एसपी रेलवे पूजा यादव ने दिल्ली से कोच की आरक्षण सूची मंगाई। उसमें दर्ज यात्रियों से पूछताछ की तो पता चला कि विवेक कुमार रस्तोगी अपनी 29 नंबर की जगह 36 नंबर की सीट पर बैग रखकर इधर उधर घूमता रहा। विवेक के दोनों मोबाइल नंबर बंद मिले। एक टीम वाराणसी गई तो वहां ज्वैलर्स से 140 ग्राम सोना होने की पुष्टि हुई। एसपी रेलवे ने बताया कि सीओ जीआरपी संजीव सिन्हा के नेतृत्व में टीम ने सर्विलांस के जरिए विवेक को गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद लक्ष्मी के पास से 140 ग्राम सोने की धातु को भी बरामद की गई और आशीष को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।