इंदौर। अपनी धरोहर से हर किसी को लगाव होता है और इसको कद्रदान काफी संभालकर भी रखते हैं। ऐसी ही एक अनोखी और उम्दा धरोहर प्राचीन बंदूक शहर के बाबूलाल चौहान के पास है, जिसको वो अब पुरातत्व विभाग को सौंपना चाहते हैं।
दूर्लभ है प्राचीन बंदूक
इंदौर शहर के रहने बाबूलाल चौहान को अपनी नायाब धरोहर प्राचीन बंदूक से काफी लगाव है। इसलिए उन्होंने इसको काफी संभाल कर रखा है। अब वो इसको पुरातत्व विभाग के संग्रहालय को सौंपना चाहते हैं, लेकिन उनकी धरोहर को लेने के लिए पुरातत्व विभाग में कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं था, इसलिए वह इस बंदूक को सौंप नहीं पाए। उनका कहना है कि यह बंदूक 1816 की है और मै इसको अपनी मर्जी से दान कर रहा हूं।
मेड इन इंग्लैंड है बंदूक
बाबूलाल चौहान का कहना है कि यह बंदूक मुझे उस वक्त प्राप्त हुई थी जब मैं 1978 में ग्वालियर में पदस्थ था। तब गांव बनेरी के रहने वाले सरपंच रुद्रसिंह जो डकैत पुतलीबाई के गिरोह से संबंध रखते थे, उन्होंने मुझसे कहा था कि ये बंदूक पुतलीबाई गैंग से संबंधित है। तब मैने उनसे यह बंदूक प्राप्त की थी। उन्होंने कहा कि यह बंदूक मेड इन इंग्लैंड है, 12 बोल्ट की है और ये दुर्लभ बंदूकों में से एक है।