भोपाल। हरियाली और झीलों के शहर के नाम से पूरे विश्व में मशहूर राजधानी भोपाल में इन दिनों कई स्थानों पर नगर निगम फलदार वृक्षों की बलि लेने पर तुला हुआ है, जिससे कही न कहीं भोपाल की हरियाली पर खतरा मंडराने लगा है।
भोपाल के तुलसी नगर इलाके में नगर निगम अपना मुख्यालय भवन ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर बना रहा है। आयुक्त ने अफसरों को हिदायत दी है कि निर्माण के चलते एक भी पेड़ न कटने पाए। मगर ग्राउंड जीरो पर आयुक्त की हिदायत अफसरों के सामने काम नहीं कर रही है और अब तक धड़ल्ले से पेड़ों की बलि लेने पर तुले हुए हैं।
नगर निगम अपना मुख्यालय भवन ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर बना रहा है। मगर उसके लिए वह हरियाली को खत्म कर रहे हैं। लगातार क्षेत्र में कट जा रहा हरे भरे वृक्षों के बचाव लिए अब स्थानीय लोग विरोध में उतर आए हैं वहीं क्षेत्रीय विधायक पीसी शर्मा ने भी निर्माणाधीन स्थल पहुंचकर वृक्षों को काटे जाने पर अपना विरोध जताया। शहर सेकण्ड बस स्टॉप सेंटमेरी स्कूल के सामने नगर निगम ने फिर मुख्यालय बनाने के नाम पर हरे भरे 200 पेड़ काट दिए गए। स्थानिय विधायक पी सी शर्मा ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि विकास के नाम पर हरियाली से खिलवाड़ नही किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आम,बाबुल,पीपल इत्यादि के पेड़ जो कि लगभग 50 वर्ष पुराने पेड़ है इनको संरक्षित कर विकास किया जाना चाहिए।इस मामले को लेकर उन्होंने निगम को फटकार भी लगाई।
गौरतलब है कि निगम शहर शहर में अपनी खाली जमीनों और पुरानी इमारतों की जगह शॉपिंग कॉम्पलेक्स बनवा रहा है। मगर जहां पेड़ निर्माण कार्य में बाधा बन रहे हैं उन्हें संरक्षित करने के बजाए काटने का काम किया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो इससे पहले कोलार स्थित ओम नगर में शॉपिंग कॉम्पलेक्स बनाने को निगम ने एक दर्जन से ज्यादा हरे पेड़ों को काट दिया। शिवाजी पार्क की जमीन पर शॉपिंग कॉम्पलेक्स निर्माण के विरोध में स्थानीय रहवासी लामबंद हो गए। मामले ने तूल पकड़ा तो क्षेत्रीय विधायक मौके पर पहुंचकर हस्तक्षेप किया उसके बाद कहीं जाकर मामला शांत हुआ था।
मृदुभाषी के लिए भोपाल से मोहम्मद ताहिर खान की रिपोर्ट