भोपाल: नीरज असम के जोरहाट का रहने वाला है। बीते दो साल वह सीहोर में पढ़ाई कर रहा था। बुल्ली बाई एप केस में पुलिस अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने उत्तराखंड से श्वेता सिंह, बेंगलुरु से विशाल कुमार झा और मयंक रावल को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि बुल्ली बाई एप बनाने वाला मास्टरमाइंड नीरज ही है। उसने ही गिटहब पर बुल्ली बाई एप बनाया था। वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर बुल्ली बाई को प्रमोट करता था। बुल्ली बाई एप मुस्लिम महिलाओं के ऑक्शन के लिए गिटहब प्लेटफॉर्म पर बनाया गया एक एप है। इस पर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें डील ऑफ द डे के साथ पोस्ट की जाती थीं.
इस तरह हुआ गिरफ्तार
नीरज विश्नोई को दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक आॅपरेशंस यूनिट (आईएफएसओ) ने गिरफ्तार किया है। आईएफएसओ के पुलिस उपायुक्त के पी एस मल्होत्रा ने बताया कि नीरज को तकनीकी विश्लेषण और आईपीडीआर (इंटरनेट प्रोटोकॉल डिटेल रिकॉर्ड्स) और गेटवे का इस्तेमाल करते हुए जोरहाट से गुरुवार की सुबह गिरफ्तार किया गया। वह मध्यप्रदेश में वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में बीटेक द्वितीय वर्ष का छात्र है। इस मामले में यह चौथी गिरफ्तारी है।
देश में 1200 करोड़ रुपए का क्रिप्टोकरंसी स्कैम, 900 लोगों से ठगी
देश में एक फेक क्रिप्टोकरसी घोटाला सामने आया है। एक नई क्रिप्टोकरसी के नाम पर करीब 900 लोगों से 1200 करोड़ रुपए ठग लिए गए हैं। ठगे गए लोगों में से ज्यादातर ने 2020 में लॉकडाउन के दौरान फेक मॉरिस कॉइन खरीदे थे। प्रवर्तन निदेशालय ने इसका खुलासा किया है। इसे लेकर ईडी ने देश में कई जगह छापे मारे हैं। केरल के एक व्यक्ति को इसका मास्टमाइंड माना जा रहा है जो देश से भाग चुका है। उस पर पहले से मनी लांड्रिंग के केस चल रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने दक्षिण के एक फिल्म अभिनेता के परिसरों पर भी छापे मारे हैं। हालांकि अभिनेता ने क्रिप्टोकरेंसी घोटाले से इन छापों का कोई संबंध होने से इनकार किया है। घोटालेबाजों ने इनिशियल कॉइन ऑफरिंग की आड़ में इस घोटाले को अंजाम दिया है।