अमृतसर। टोक्यो ओलिंपिक में इस बार भारतीय खिलाड़ियों कि उपलब्धि से हर कोई खुश है। ऐसे में नामचीन शख्सियतें दिल खोलकर उनका स्वागत कर ही है। बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उनका भावभीना स्वागत किया। कैप्टन ने अपने हाथों से खिलाड़ियों के लिए खाना बनाया और उनको परोसा।
कैप्टन की रसोई में खिलाड़ियों का स्वागत
खाने-खजाने का शौक रखने वाले और मेहमानों का दिल खोलकर स्वागत करने वाले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने टोक्यो ओलिंपिक में मेडल जीतने और उसमें शिरकत करने वाले खिलाड़ियों के स्वागत में भोज का आयोजन किया। कैप्टन खुद रसोइए बने और खिलाड़ियों के लिए वेज और नॉनवेज डिशेज तैयार की। सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक वह खाना तैयार करने और करवाने में लगे रहे। इसके बाद रात को खिलाड़ी पहुंचे तो कैप्टन ने उनका स्वागत करने के बाद खुद ही उनके लिए खाना परोसा। खिलाड़ियों ने कैप्टन की मेहमानवाजी का जमकर लुत्फ उठाया और उनके खाने की तारीफ की।
खिलाड़ियों ने की खाने की प्रशंसा
इस मौके पर कैप्टन ने कहा कि खिलाड़ियों ने देश का गौरव बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत की, उसकी तुलना में मैंने जो किया, वो कुछ भी नहीं है। उन्होंने खिलाड़ियों को सीधे पकाने वाले बर्तनों से खाना परोसा और कहा कि इससे खाने का स्वाद ज्यादा बेहतर रहता है। कैप्टन की रसोई में मटन खड़ा पिशौरी, लौंग इलायची चिकन, आलू कोरमा, दाल मसरी, मुर्ग कोरमा, दुगानी बिरयानी, स्वीट डिश और जारदा राइस शामिल थे। हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने डिनर का तारिफ करते हुए कहा कि कैप्टन साहब के हाथों से बना खाना उम्मीद से कहीं ज्यादा लजीज था। वहीं डिस्कस थ्रोअर कमलप्रीत कौर ने भी खाने को लाजवाब बताया।
नीरज चोपड़ा थे खास मेहमान
कैप्टन की दावत में हरियाणा के रहने वाले ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा खास मेहमान थे। इसके अलावा हॉकी कप्तान मनप्रीत सिंह, उपकप्तान हरमनप्रीत सिंह, खिलाड़ी मनदीप सिंह, हार्दिक सिंह, रुपिंदर पाल सिंह, शमशेर सिंह, दिलप्रीत सिंह, गुरजंट सिंह, वरुण कुमार, सिमरजीत सिंह , महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी गुरजीत कौर, रीना खोखर, रिजर्व हॉकी प्लेयर कृष्ण बहादुर पाठक, डिस्कस थ्रोअर कमलप्रीत कौर के साथ एथलीट गुरप्रीत सिंह, शूटर अगंदवीर सिंह बाजवा को भी डिनर में आमंत्रित किया गया था। इससे पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने टोक्यो ओलिंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को पंजाब सरकार की तरफ 32 करोड़ रुपए के इनाम दिए थे।