उज्जैन। उज्जैन में कई दिनों से VIP दर्शन कराने को लेकर मुद्दा गरमाया हुआ था। लेकिन वही अब शहरवासियों के लिए अच्छी खबर है। उज्जैन महाकाल के दरबार में अब सब बराबर हैं। न कोई छोटा न कोई बड़ा। न कोई आम न कोई खास। इसलिए यहां दर्शन का VIP कल्चर खत्म किया जाएगा। इस बारे में प्रदेश की संस्कृति और आध्यात्म मंत्री उषा ठाकुर ने इसकी सिफारिश मुख्यमंत्री शिवराज से की है। जिसपर सीएम ने सहमति दे दी है।
महाकाल मंदिर में दर्शन करने पहुंची प्रदेश की संस्कृति, पर्यटन धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने VIP कल्चर से हटकर आम श्रद्धालु की तरह दर्शन किये। वो प्रोटोकॉल के तहत पहली बेरिकेडिंग के पीछे खड़ी हुईं और वहीं से दर्शन कर संदेश दिया की मंदिर में कोई भी वीआईपी नहीं है। महाकाल मंदिर बीते कुछ दिनों से वीआईपी कल्चर के कारण सुर्खियों में रहा। बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय का मामला सुर्खिया बन गया था।
उषा ठाकुर- जल्द ही मंदिर से वीआईपी कल्चर ख़त्म होना चाहिए
अब उषा ठाकुर ने कहा महाकाल मंदिर में वीआईपी कल्चर जल्द ही खत्म कर दिया जाएगा। दर्शन की सभी के लिए एक सी व्यवस्था रहेगी। उन्होंने कहा मैंने इस संबंध में सीएम शिवराज सिंह चौहान से सिफारिश की है और उन्होंने भी इस पर सहमति दे दी है। जल्द ही मंदिर से वीआईपी कल्चर ख़त्म होना चाहिए। मंत्री उषा ठाकुर भादौ माह के पहले सोमवार को बाबा महाकाल के दर्शन करने देर शाम उज्जैन पहुंची थीं। वहां उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बेरेकेडिंग के बाहर से बाबा महाकाल के दर्शन किये। दूर से ही पुजारी ने पूजन अभिषेक करवाया। मंत्री उषा ठाकुर ने मंदिर में करीब 45 मिनट का समय बिताया।
देश का संविधान अपने आप में मजबूत है
उसी दौरान मीडिया से बात करते हुए उषा ठाकुर ने कहा- महाकाल मंदिर में सब भक्त हैं। कोई वीआईपी और कोई साधारण नहीं जो भी व्यवस्था होगी सबके लिए एक जैसी होगी। डेढ़ वर्ष से गर्भ गृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर लगी रोक पर कहा कि अगर वहां प्रवेश खोलेंगे तो सबके लिए खोलेंगे। ठाकुर ने उज्जैन में देश विरोधी नारे पर कहा इस देश का संविधान अपने आप में मजबूत है। देश और प्रदेश की जनता विवेकशील है। सब देख रही है. वो जानती है कि राष्ट्र किसके हाथ में सुरक्षित है। देश विरोधी बख्शे नहीं जाएंगे। उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
कैलाश विजयवर्गीय विवाद
महाकाल मंदिर में कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मैंदोला, विधायक आकाश विजयवर्गीय सहित अन्य बीजेपी नेताओं ने प्रतिबंध के बावजूद भस्म आरती से पहले महाकाल के दर्शन किये थे। इस पर काफी हंगामा मचा था। इसके ठीक दो दिन बाद इंदौर के बीजेपी नेता गोलू शुक्ला के छोटे बेटे का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमे वो गर्भ गृह के पास देहरी पर खड़ा होकर सेल्फी लेता नजर आया था। उसके बाद मंदिर प्रशासन की काफी किरकिरी हुई थी।