बुरहानपुर। जहां देश के शहरों को स्मार्ट सिटी के रुप में तैयार करना शुरु कर दिया है, वहीं दूसरी और देश के छोटे शहरों में प्रगति के नामों निशान ही नहीं है। मध्यप्रदेश के बुरहानपुर का कुछ ऐसा ही हाल है। बुराहनपुर शहर अब गड्ढों की सड़कों के नाम से जाना जाने लगा है। जानकारी अनुसार शहर कि डोर जब से नगर निगम अधिकारियों के हाथ में आई है, तब से शहर की सुरत बदल गई है। और सरकारी कामों जैसे सड़क निर्माण और शहर के अन्य प्रगतिशील काम रुक गए है। निगम अधिकारी इन सब पर ध्यान नहीं देते। मानसून कि शूरुआत हो चुकी है, बरसात का मौसम खराब सड़क के कारण लोगों के लिये परेशानी बनता जा रहा है। जिससे सड़क दुर्घटना होने का डर लोगों में बना रहता है।
शहर के सबसे ज्यादा आवाजाही क्षेत्र बस स्टैंड शनवारा कि जगहों पर मौजूद सड़क के गड्डे जनता की आवाजाही को प्रभावित कर रहे है। स्ट्रीट लाईट भी बंद पड़ी है, जिस कारण से गंभीर दुर्घटना हो सकती है । यहां पर निगम कार्य पिछले एक सप्ताह से चल रहा है,लेकिन ठेकेदार ने आम जनता की सुरक्षा के लिए कोई भी सूचना या अर्ल्ट संदेश नहीं लगा रखा है।
निगम अधिकारी के राज में आम जनता बेबस है
जब चुनावी दौर शुरु होता है तो जनप्रतिनिधि व राजनीति पार्टीयों के नेता प्रगति के वादे कर लोगों को उम्मीद देते है। लेकिन यही नेता चुनाव होने के बाद गायब हो जाते है और आम जनता की परेशानीयां सूनने के लिए कोई अधिकारी दिखाई नहीं देता। निगम अधिकारी के राज में आम जनता बेबस है उनकी बात सूनने वाला कोई अधिकारी नहीं है। शिकायत करने के बाद भी जनता की परेशानी हल करने वाला कोई नहीं होता।
सड़क पर गड्डे होने से दुर्घटना का डर
शहर में बहुत जगह निगम के कार्य चल रहा है लेकिन सड़कों पर मौजूद गड्डो पर कोई ध्यान नहीं दे रहा और ना ही कोई सड़क के गड्ढों की जिम्मेदारी लेता हुआ दिखाई देता है। सड़को पर जो गड्डे है उससे रात को सड़क दुर्घटना होते देर नहीं लगी, जिससे सड़क दुर्घटना होते देर नहीं लगी। प्रशासन इतनी ज्यादा व्यस्त है कि सड़क मार्ग पर सूचना बार्ड भी नहीं लगा रखे है।
कोई गंभीर हादसा होता है तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा
अगर कोई बड़ा हादसा होता है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा, और निगम प्रशासन कि कब नींद खुलेंगी और वे आम जनता को हो रही परेशानीयों पर ध्यान देंगे। यह बात जब ठेकेदार से पुछी गई तो वह अपना पल्ला झाड़ता नजर आया। लेकिन कोई गंभीर हादसा होता है तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। देखने कि बात तो यह है की आने वाले समय में इसका जिम्मेदार कौन रहेगा यह तो उसी समय पता लगेगा।
मृदुभाषी के लिए बुरहानपुर से गौरव शुक्ला की रिपोर्ट