श्रीनगर। आज ही के दिन यानी कि 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में बड़ा आतंकी हमला हुआ था। इस आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। पुलवामा हमला भारत में हुए बड़े आतंकी हमलों में एक है। इस हमले को अंजाम देने में पाकिस्तान का भी हाथ रहा है। हालांकि, भारत ने इस आतंकी हमले का बदला ले लिया है। इस आतंकी हमले के बाद भारत ने जिस तरीके से पाकिस्तान को सबक सिखाया, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। भारत की ओर से बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक किया गया। हालांकि, इस आतंकवादी हमले में कुल 19 आतंकवादी शामिल थे। कश्मीर के एडीजीपी विजय कुमार ने इस हमले में शामिल आतंकियों को लेकर बड़ा बयान दिया है।
कश्मीर जोन के एडीजीपी विजय कुमार ने ये भी कहा कि इस समय कश्मीर में 37 आतंकवादी सक्रिय हैं. श्रीनगर में कोई नया आतंकवादी भर्ती नहीं हुआ है. 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए एडीजीपी विजय कुमार ने कहा कि सुरक्षा बल जैश-ए-मुहम्मद के पीछे पड़े हैं. उसके लगभग सभी टॉप कमांडरों का सफाया कर दिया गया है.
कश्मीर जोन के एडीजीपी विजय कुमार ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां आतंकवादी मॉड्यूल का तेजी से भंडाफोड़ कर रही हैं. विशेष रूप से नार्को-टेररिज्म और टेररिस्ट फंडिंग को निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ‘हम 41 लाख रुपये बरामद करने में सफल रहे हैं और हाल ही में बारामूला में 26 लाख रुपये पकड़े गए हैं.’ एडीजीपी विजय कुमार ने यह भी कहा कि इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ दर्ज मामलों को तेजी से निपटाया जा रहा है. ऐसे मामलों की संख्या पिछले साल अक्टूबर में 1600 से घटकर इस समय 950 रह गई है और अब तक 13 दोषियों को सजा भी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि मौजूदा वक्त में कुल 37 स्थानीय आतंकवादी सक्रिय हैं. उनमें से केवल फारूक नल्ली और रियाज छत्री ही पुराने हैं, जबकि बाकी हाल ही में शामिल हुए हैं.