भोपाल। सभी मंत्रियों को एक सप्ताह के भीतर प्रभार के जिलों में अस्पतालों का निरीक्षण कराना होगा। बुधवार को एक बार फिर टीकाकरण महाअभियान चलेगा, इसमें भी हिस्सेदारी करें। यह निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को मंत्रालय में कैबिनेट बैठक से पहले मंत्रियों को दिए। उन्होंने कहा कि वे भी दस दिसंबर को सागर में जिला अस्पताल का निरीक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कोरोना की स्थिति को लेकर समीक्षा की थी। स्थितियां पूरी तरह से नियंत्रण में हैं, पर हमें कोई भी कमी नहीं रखनी है। इसके लिए सभी मंत्री प्रभार के साथ-साथ गृह जिले की चिंता करें। अस्पतालों का निरीक्षण इसी सप्ताह कर लें। इसमें देखें कि आक्सीजन प्लांट चल रहा है या नहीं। बिस्तर, दवाई सहित अन्य व्यवस्था चाकचौबंद हैं या नहीं।
वैक्सीन के लिए लोगों को करें प्रेरित
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके साथ ही कोविड वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाने के लिए लोगों को प्रेरित करना है। अभी 70 प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को दूसरा टीका लगा है। कल टीकाकरण का महाअभियान है। यदि कोई पूर्व नियोजित कार्यक्रम नहीं है तो सभी प्रभार के जिले में रहें और टीकाकरण केंद्र जरूर जाएं। इससे माहौल बनता है। कलेक्टर और आपदा प्रबंधन समिति के सदस्यों से बात करें। स्वयं भी टीका लगवाने के लिए लोगों को प्रेरित करें और दूसरों से भी अपील कराएं। हमें दिसंबर में टीकाकरण का काम पूरा करना है। इससे गंभीर बीमार होने से बचा जा सकेगा। उन्होंने मंत्रियों को निर्देश दिए कि प्रभार के जिलों में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों की रिपोर्ट तैयार कर लें। अगली कैबिनेट बैठक में इस पर विस्तृत चर्चा करेंगे और जो भी व्यवस्था करनी होगी, उसके संबंध में निर्णय लिया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री डा.प्रभुराम चौधरी और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग गंभीरता से काम कर रहे हैं।
सरकार की थ्री-टी रणनीति
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के चलते इसकी तीसरी लहर के खतरे से निपटने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने थ्री-टी रणनीति बनाई है। थ्री-टी यानी टेस्टिंग, ट्र्रेकिंग और ट्रीटमेंट। इसके लिए प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। इसमें आरटी-पीसीआर में पॉजिटिव आने वाले सभी मरीजों का अनिवार्य रूप से जीनोम सिक्वेंसिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं। सभी जिलों के कलेक्टर, सभी मेडिकल कॉलेजों के डीन, सीएमएचओ और सिविल सर्जन को यह निर्देश भेजा गया है। उन्हें कहा गया है कि कोविड की आरटी-पीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर मरीज के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए अनिवार्य रूप से भिजवाएं।
लगातार बढ़ते जा रहे हैं मरीज
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर बढ़ती चिंता के बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने केंद्र सरकार से स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चा कर्मियों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों के लिए कोविड-रोधी टीके की बूस्टर डोज देने की घोषणा करने की मांग की है। आईएमए ने यह भी मांग की है कि सरकार 12-18 आयुवर्ग के टीकाकरण प्रस्ताव पर तेजी से विचार करे। देश में ओमिक्रॉन के 23 मामले सामने आ चुके हैं।
आईएमए ने कहा कि भारत के प्रमुख राज्यों में वायरस के नए वेरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं, जोकि दोहरे अंक में हैं। आईएमए ने दावा किया है कि उपलब्ध वैज्ञानिक साक्ष्यों और इसकी उत्पत्ति वाले देशों से जुड़े अनुभव से पता चलता है कि ओमिक्रॉन अधिक तेजी से फैलता है और अधिक से अधिक लोगों को चपेट में ले सकता है। आईएमए ने कहा कि ऐसे समय में जब भारत सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहा है, ये बड़ा झटका साबित हो सकता है। अगर हम पर्याप्त उपाय नहीं करते तो हमें महामारी की भयंकर तीसरी लहर का सामना करना पड़ सकता है। आईएमए ने इसे देखते हुए सरकार से स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चा कर्मियों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों के लिए कोविड-रोधी टीके की बूस्टर डोज देने की घोषणा करने का अनुरोध किया है।
लॉकडाउन के डर से व्यापारी ने खाया चूहा मार दवा
छोटे व्यापारियों के लिए कोविड-19 और उसे रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन जानलेवा साबित हो रहे हैं। अभी तीसरी लहर की आशंका से व्यापारी दहशत में हैं। संभावित लॉकडाउन ने उनमें भविष्य को लेकर डर बिठा दिया है। छतरपुर में एक व्यापारी ने डर और नुकसान की आशंका को देखते हुए जान देने की कोशिश की है। मामला छतरपुर जिले के मातगुवा थाना क्षेत्र का है। खड़गांय निवासी कपड़ा व्यापारी अंशुल शर्मा पिता विनय शर्मा ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की है। अंशुल का कहना है कि वह गांव में कपड़े की दुकान लगाता है। साथ ही हाट-बाजार और अन्य गांवों में भी बाजार करने जाता है। कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर और लॉकडाउन ने उसे काफी घाटा और नुकसान पहुंचाया है। ऊपर से तीसरी लहर और लॉकडाउन का डर बढ़ गया है। इन हालातों ने धंधे की कमर तोड़कर रख दी है। तीसरी लहर की सुगबुगाहट सुनकर वह दहशत में आ गया था। इस वजह से उसने सुसाइड करने के उद्देश्य से घर में रखी चूहा मार दवाई खा ली थी।
जर्मन नागरिक कोरोना पॉजिटिव
मध्यप्रदेश में भी कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर टेंशन बढ़ गई है। दरअसल, जबलपुर में 28 वर्षीय जर्मन नागरिक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। उसका नमूना जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने तक कुछ नहीं कहा जा सकता है।