आज से करीब 7 साल पहले एक उल्कापिंड पृथ्वी से टकराया था और प्रशांत महासागर में समा गया था। आमतौर पर लोग उसे उल्का पिंड मान रहे थे। लेकिन अब जो खुलासे हुए वह सबको चौकानेवाला है। दरअसल वह एक एलियन ऑब्जेक्ट था। हावर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने इस बात का खुलास किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जो उल्का पिंड धरती से टकराया था वह हमारे सौरमंडल का नहीं था। इसका मतलब है कि वह किसी दूसरे सौरमंडल से आया था। और यदि यह बात सच है तो इसका मतलब है कि हमसे अलग कोई दूसरी दुनिया भी है जिसमें एलियंस रहते हैं।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी यूएस स्पेस कमांड (USSC) ने पिछले हफ्ते ही एक ट्वीट में यह जानकारी दी है। हावर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक आमिर सिराज और अब्राहम लोएब का दावा है कि जनवरी 2014 में धरती से टकराने वाला उल्कापिंड किसी दूसरे सौरमंडल से आया था। उन्हें इस बात पर पूरा विश्वास है। USSC के मुताबिक, ये पत्थर सच में एक इंटरस्टेलर ऑब्जेक्ट ही था।
2 लाख किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से आया था एलियन ऑब्जेक्ट –
पृथ्वी से टकराने वाले उल्कापिंड का अकार 1.5 फीट था। यह 2,10,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धरती से टकराया था। हमारे ग्रह में प्रवेश करते समय इसे गिनी देश के आसमान में टूटते तारे के समान चमकता हुआ देखा गया था। माना जाता है कि यह पत्थर ध्वस्त होकर प्रशांत महासागर में जा गिरा था। हालाँकि वैज्ञानिक इस ऑब्जेक्ट की खोज कर रहे हैं। यदि यह मिल जाता है तो इसके बारे में गहराई से अध्ययन किया जा सकेगा।