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सोयाबीन में इल्ली खूब होगी, सोना-चांदी स्थिरता बनाए रखेंगे

सोयाबीन में इल्ली खूब होगी, सोना-चांदी स्थिरता बनाए रखेंगे

गोठड़ा के मां महिषासुर मर्दिनी मंदिर पर वार्षिक भविष्यवाणी

रतलाम। बड़ावदा जिले के ग्राम गोठड़ा महिषासुर मर्दिनी गोठड़ा वाली माताजी की भविष्यवाणी सुनने गुरुवार को जनसैलाब उमड़ा। पंडा नागूलाल द्वारा भविष्यवाणी सुनने देश-विदेश के विभिन्न स्थानों से लोग पहुंचे, जो तीखी धूप में भी अंतिम समय तक डटे रहे। रतलाम जिले के समीप गोठड़ा गांव में मां महिषासुर मर्दिनी मंदिर पर गुरुवार को वार्षिक भविष्यवाणी हुई, जिसे सुनने मलैनी नदी किनारे सैकड़ों गांवों के हजारों ग्रामीण मौजूद थे।

यहां पंडाजी के मुख से मां महिषासुर मर्दिनी की भविष्यवाणी की घोषणा की गई। भविष्यवाणी में कृषि और मौसम संबंधित भविष्यवाणी के साथ राजनीतिक उठापटक की भविष्यवाणी भी की गई है। पंडाजी ने माताजी की भविष्यवाणी करते हुए कहा इस वर्ष बारिश खूब होगी, वहीं गर्मी से हाल-बेहाल हो जाएगा।

हवा तूफान का प्रकोप बहुत ज्यादा रहेगा। हवा, तूफान, आंधी से खूब नुकसान होगा। चना, गेहूं, लहसुन, प्याज,सोयाबीन, टमाटर, मैथी सभी फसलों का भाव तेज रहेगा, लेकिन सोयाबीन में इल्ली खूब होगी, वहीं सोना-चांदी अपनी स्थिरता बनाए रखेंगे।

बीमारियां इतनी होंगी डॉक्टर भी समझ नहीं पाएगा

उन्होंने बताया कि काली चीजों का भाव भी बहुत रहेगा, लेकिन काली चीजों पर भार भी रहेगा। राजनीति में हो हेराफेरीसकती है। माताजी ने बताया कि वर्षभर में कुल आठ माउठे होंगे, साथ ही ओलावृष्टि भी खूब होगी। बीमारियां इतनी होंगी कि डॉक्टर को भी समझ नहीं आएगा। फसल बोने का मुहूर्त बैठते असाड़ की पूनम से सातम तक समय सुबह 3 से 6 बजे तक व आधा आषाढ़ की पूनम से दशमी तक एवं तीसरा मुहूर्त उतरते सावन में बताया है।

एक्सीडेंट भी बहुत होंगे

उन्होंने बताया कि इस वर्ष एक्सीडेंट भी बहुत होंगे। फसल में धान-पानी का बंदोबस्त रखें, फसल में नुकसानी हो सकती है। कलियुग के समय में धर्म नहीं, कर्म हो रहे हैं। इन बीमारियों को कम करने का उपाय बताया, महावीर बजरंगबली का अभिषेक करें। जितनी हो सके उतनी गौरक्षा करें नहीं तो गाय देखने को नहीं मिलेगी।

राजा बदलेगा, कितना भी लालच दे दे पर राजा बदलेगा। ग्राम गोठड़ा समिति ने बाहर से पधारे हुए राजस्थान,गुजरात छत्तीसगढ़, पंजाब और प्रदेश के सारे किसान बंधुओं और लोगों का अभिनंदन किया। इस भविष्यवाणी में खासकर कृषि, मौसम मुहूर्त और फसलों के दाम संबंधित सटीक भविष्यवाणी की जाती है। यही वजह है कि केवल आसपास के जिलों से ही नहीं, बल्कि गुजरात और राजस्थान से भी गोठड़ा माताजी की भविष्यवाणी सुनने के लिए श्रद्धालु और किसान यहां पहुंचते हैं।

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