मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल के दशहरा मैदान में हुए जाट सम्मेलन में पहुंचे।इस मौके पर मध्य प्रदेश कृषि मंत्री कमल पटेल सहित कई जाट नेता मौजूद रह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश कृषि मंत्री कमल पटेल सहित कई जाट नेता मौजूद रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जाट समाज की उत्पत्ति कहते हैं भगवान शिव की जटाओं से ही हुई है।चाहे आतताई मुगल हो, चाहे देश में आक्रमण करने वाले बाकी कोई आक्रमणकारी हों, जाट वीर योद्धाओं ने इनके दिमाग भी ठिकाने लगा दिए और पैर नहीं जमने दिया, खदेड़ खदेड़ कर मारा है।

जाट सम्मेलन
औरंगजेब के खिलाफ संगीन विद्रोह का बिगुल बजाने में भरतपुर के शासक राजाराम जाट जी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।महाराजा सूरजमल और उनके पुत्र जवाहर सिंह उनके शौर्य और पराक्रम का कोई स्थान नहीं है।राजा नाहर सिंह, हीरासिंह नावा, भूपेंद्र सिंह, रघुनाथ सिंह, राजा महेंद्र प्रताप सिंह कई जाट शासक ऐसे रहे हैं जिन्होंने इतिहास में अपनी अमिट छाप छोड़ी है।जाट समुदाय से ही आने वाले स्वामी केशवानंद जी का स्वतंत्रता संग्राम और समाज सुधार में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
लेकिन अगर हम जाटों (जाट सम्मेलन) के बारे में सोचते हैं तो साहसी, स्पष्टवादी, वीर बहादुर, बलशाली, निर्भीक, मेहनती, जब जरूरत पड़े तो अन्न के भंडार भर दे और सीमाओं पर अगर कोई शत्रु है तो बंदूक उठाकर सबसे पहले उसकी छाती छलनी कर दे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बचपन से ही मुझे जाट समाज का प्यार और आशीर्वाद मिला है। इमरजेंसी में, मैं जेल में बंद था छूट कर आया जनता पार्टी का काम शुरू किया, मैं राजनीतिक बात नहीं कर रहा हूं। शिवराज ने कहा में एक घटना सुना रहा हूं। मुझे घर से निकाल दिया कि यह फिर से जेल जाएगा। मुझे घर में सहारा देने वाले जैत के विक्रम सिंह जाट थे।