उज्जैन: महाकाल मंदिर क्षेत्र में प्रशासन द्वारा किए जा रहे विस्तारीकरण का विरोध शुरू हो गया है। सोमवार को मंदिर क्षेत्र के बाहर कैंप लगाकर राष्ट्रपति को लिखे पत्र पर रहवासियों ने खून से हस्ताक्षर किया। महाकाल वन प्रोजेक्ट के अंतर्गत मिले नोटिस के विरोध में रहवासी प्रतिदिन प्रदर्शन कर रहे है।
350 मकान होंगे प्रभावित
महाकाल वन प्रोजेक्ट के अंतर्गत मंदिर परिसर के आसपास के क्षेत्र में विस्तारीकरण किया जाना है। इसी के चलते मंदिर परिसर से लगे हुए मकानों को जमींदोज किया जा रहा है। यहां महाकाल मंदिर के आसपास लगभग 350 मकान प्रभावित होंगे। आपको बता दें कि महाकाल मंदिर विस्तारीकरण का कार्य वर्तमान में जारी है और जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाही करते हुए आसपास के क्षेत्र को खाली कराया जा रहा है। वही सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश है कि मंदिर से 70 मीटर की परिधि में हुए अतिक्रमण को जमींदोज किया जाए। मामले को लेकर रहवासियों का कहना है कि विगत 70 वर्षों से हम और हमारी पीढ़ियां यहां पर रह रही है, ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा एकतरफा कार्रवाई करना उचित नहीं है।
राष्ट्रपति से लगाई गुहार
रहवासियों के द्वारा जिला प्रशासन से गुहार लगाने के बाद में भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला, जिसके बाद राष्ट्रपति से गुहार लगाते हुए उन्हें पत्र भेजा जा रहा है। पत्र के माध्यम से 1750 लोगों का खून के पत्र राष्ट्रपति भवन, राष्ट्र पति, इंडिया के चीफ जस्टिस को भेजे जाएंगे। इस पत्र पर सभी रहवासियों ने अपने खून से हस्ताक्षर किए हैं।