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राई डांसर बोली- HIV टेस्ट में दिक्कत नहीं, हम कला बेचते हैं, जिस्म नहीं, CMHO को हटाया, कलेक्टर को नोटिस

मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले के मुंगावली तहसील में लगने वाले करीला मेले में अजीबोगरीब फरमान सामने आया। स्वास्थ्य विभाग ने दो दिन पहले राई नृत्य करने आई दस नृत्यांगनाओ का HIV टेस्ट कराया है।

यह मामला सामने आते ही कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है। साथ ही राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए इस जांच को नृत्यांगनाओं के सम्मान के साथ जीने के अधिकार का घोर उल्लंघन बताया है। राज्य सरकार ने विवाद बढ़ने पर सीएमएचओ को हटा दिया है। राष्ट्रीय महिला आयोग के संज्ञान लेते ही जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग हरकत में आ गया। उसने प्रेस नोट जारी कर जांच संबंधी मामले में सफाई दी है। अपनी ही बात पर अगले दिन सीएमएचओ डॉ. नीरज छारी भी पलटते नजर आए। दो दिन पहले ही उन्होंने बाहर से आई नृत्यांगनाओं की जांच करने का दावा किया था। लगभग 10 महिलाओं की

हम कला बेचते हैं, जिस्म नहीं; नेताओं ने जताई आपत्ति, CMHO को हटाया, कलेक्टर  को नोटिस | Said- we sell art, not body; Leaders expressed objection; CMHO  removed, notice to collector -

एचआईवी जांच की बात भी कही थी

दरअसल, रंगपंचमी पर लगने वाले करीला मेला में लाखों श्रद्धालु मां जानकी के दर्शन करने पहुंचते हैं। श्रद्धालुओं की मन्नत पूरी होने पर राई नृत्य कराया जाता है। इसी वजह से दूरदराज से राई नर्तक मेले में आती हैं। जिला प्रशासन ने इन नर्तकियों की एचआईवी जांच कराई, जो उनके अधिकारों का उल्लंघन है। यह मामला सामने आने के बाद क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. राकेश चतुर्वेदी ने डॉ. पीके शर्मा, डॉ. एसएस भूषण और कुलदीप भदौरिया की जांच समिति बनाई है। भोपाल से अपर संचालक स्वास्थ्य सेवाएं अजीजा सरशार जफर को अगले आदेश तक अशोकनगर डॉ. नीरज कुमार छारी की जगह प्रभार दिया गया है।

राई डांसर बोली- HIV टेस्ट में दिक्कत नहीं: कहा- हम कला बेचते हैं, जिस्म नहीं;  नेताओं ने जताई आपत्ति; CMHO को हटाया, कलेक्टर को नोटिस Newshindi247

राई नृत्य मेले का आकर्षण रहता है

चंबल संभाग के अशोकनगर में आयोजित करीला मेला। यहां होने वाला राई नृत्य मेले का आकर्षण रहता है। ये मेला हर साल रंगपंचमी पर भरता है। यहां देशभर से करीब 15 लाख श्रद्धालु आते हैं। इस बार भी 12 मार्च से शुरू हुआ मेला 3 दिन तक चला। इस साल एक जांच के बाद मेला चर्चाओं में आ गया। दरअसल, मेले से पहले स्वास्थ्य विभाग ने राई डांसर्स का HIV टेस्ट कराया था, जिससे बवाल मचा हुआ है। कांग्रेस ने भी इस पर आपत्ति जताई। महिला आयोग ने कलेक्टर उमा महेश्वरी को नोटिस देकर 5 दिन में जवाब मांगा है। वहीं, सीएमएचओ डॉ. नीरज छारी को हटा दिया गया है।

11 मार्च को 10 डांसर्स का एचआईवी टेस्ट किया गया था

प्रशासन ने मेले की पूरी तैयारियां की थीं। स्वास्थ्य विभाग भी मुस्तैद था। विभाग ने 50 बेड का अस्पताल भी तैयार किया था। इसी हॉस्पिटल में 11 मार्च को 10 डांसर्स का एचआईवी टेस्ट किया गया था। जैसे ही, ये बात सामने आई, बवाल मचना शुरू हो गया। कुछ संगठनों ने हिंदू धर्म की आस्थाओं को धूमिल करने का आरोप लगाया तो कुछ ने इसे महिलाओं की इज्जत से जोड़ कर देखा।

डांसरों के चरित्र पर संदेह करना गलत है

वहीं, कांग्रेस ने प्रशासन और सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राई डांसर्स के लिए HIV टेस्ट अनिवार्य करना उनके मानवाधिकारों के खिलाफ है। डांसरों के चरित्र पर संदेह करना गलत है। लाखों श्रद्धालु करीला धाम को आस्था और श्रद्धा का केंद्र मानकर आते हैं। उनके विश्वास को भी चोट पहुंची है। टेस्ट के कारण जिले के सम्मान को ठेस पहुंची है। अभी तक की गई कार्रवाई नाकाफी है। मांग है कि स्वास्थ्य मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। इतना बड़ा मामला हो गया, लेकिन भाजपा के नेता शांत हैं। ये महिलाओं के प्रति उनकी छोटी सोच को दर्शाता है।

HIV टेस्ट पर उन्होंने कहा था कि मेले में लाखों श्रद्धालु आते हैं

CMHO डॉ. नीरज छारी का कहना था कि अभी अस्पताल में 12 बिस्तर लगाए हैं, लेकिन इसे जरूरत पड़ने पर 50 बेड तक बढ़ा सकते हैं। हमारे पास फूड पॉइजनिंग जैसी बीमारियों के लिए दवाइयां हैं। हार्ट अटैक के लिए भी हम तैयार हैं। ऑक्सीजन सिलेंडर्स भी हैं। HIV टेस्ट पर उन्होंने कहा था कि मेले में लाखों श्रद्धालु आते हैं। किसी के नेचर के बारे में नहीं कहा जा सकता है। एहतियातन 10 डांसरों के टेस्ट किए हैं। ये सुरक्षा की दृष्टि से सही था, इसलिए हमने ऐसा किया। हम किसी के कैरेक्टर पर सवाल नहीं कर रहे हैं। हो सकता है कि कोई अच्छे परिवार का हो, बस शौकिया तौर पर डांस करता हो, लेकिन फिर भी किसी के बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। अगर किसी की बॉन्डिंग होती है, तो वह सुरक्षित रहें।

मजबूरी में जिस्मफरोशी करती हैं

अशोकनगर के मुंगावली से आई एक राई नृत्यांगना भी उन 10 डांसरों में शामिल है, जिसका HIV टेस्ट हुआ है। उसका कहना है कि हमें आपत्ति नहीं है। बाहर से लोग आते हैं, कई नृत्यांगना भी होती हैं, जो किसी मजबूरी में जिस्मफरोशी करती हैं। इसलिए टेस्ट किए गए थे, लेकिन कोई संक्रमित नहीं थी। हम लोग माता रानी के दरबार में लोक नृत्य करते हैं। हम कोई गलत काम नहीं करते, न यहां करते हैं, न घर पर करते हैं। हम कला बेचते हैं, जिस्म नहीं। टेस्ट हमारी सहमति से हुआ था। टेस्ट होना तो अच्छा है, इससे हम भी स्वस्थ रहेंगे और जो श्रद्धालु आ रहे हैं, वह भी स्वस्थ रहेंगे। मैं तो चाहती हूं, सब स्वस्थ रहें। हालांकि, जिस नृत्यांगना ने टेस्ट के लिए मना किया, उसका टेस्ट नहीं हुआ था।

महिला आयोग ने कलेक्टर को दिया नोटिस

जैसे ही डांसरों के HIV टेस्ट वाले मामले ने तूल पकड़ा, वैसे ही महिला आयोग भी अलर्ट मोड पर आ गया। आयोग ने इसे मानवाधिकार का उल्लंघन बताते हुए कहा कलेक्टर को नोटिस दिया है। कलेक्टर से 5 दिनों में जवाब तलब किया गया है। प्रशासन ने जांच के लिए 3 सदस्यीय टीम का गठन किया है। जिसे 2 दिन में जांच रिपोर्ट सौंपनी है। ग्वालियर कमिश्नर ने ट्वीट पर जांच दल के गठन की पुष्टि की है।

डॉ. राकेश चतुर्वेदी की अध्यक्षता में जांच दल गठित किया गया है

अपर संचालक स्वास्थ्य विभाग अजीजा सरशार जफर ने CMHO अशोकनगर डॉ. नीरज कुमार छारी को आगामी आदेश तक भोपाल भेज दिया है। डॉ. राकेश चतुर्वेदी की अध्यक्षता में जांच दल गठित किया गया है। जिसमें संयुक्त संचालक डॉ. पीके शर्मा, जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी डॉ. एसएस भूषण तथा आईसीडीसी सुपरवाइजर कुलदीप भदौरिया को रखा गया है। टीम मामले की जांच कर 2 दिन में प्रशासन को जांच रिपोर्ट सौंपेगा।

सुरक्षा की दृष्टि से टेस्ट करवाया गया था

करीला ट्रस्ट अध्यक्ष महेंद्र यादव ने बताया कि 11 मार्च को जितनी डांसर्स यहां आई थीं, उनकी जांच करवाई गई थी। दरअसल, बाहर से कई लोग आते हैं। व्यापारी भी आते हैं। राजस्थान से कंजर समाज के लोग भी आते हैं। इसके अलावा कई समुदाय ऐसे भी आते हैं, जो देह व्यापार में लिप्त रहता है। लिहाजा, सुरक्षा की दृष्टि से टेस्ट करवाया गया था। हालांकि, मेले में इतने लोग होते हैं कि देह व्यापार संभव नहीं है। फिर भी कुछ डांसर पहाड़ियों पर, कुछ अंधेरे में डांस करती हैं, इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से यह जरूरी था। जिला प्रशासन के कहने पर टेस्ट करवाया गया है।

HIV टेस्ट और टेस्ट करवाने वाले शख्स को गोपनीय रखा जाए

AICC के मानवाधिकार जिलाध्यक्ष अशोक जैन का कहना है कि करीला मेले में HIV टेस्ट करवाकर इसे बदनाम किया जा रहा है। इस साजिश की जितनी निंदा की जाए, कम है। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन है कि HIV टेस्ट और टेस्ट करवाने वाले शख्स को गोपनीय रखा जाए, लेकिन विभाग ने सार्वजनिक रूप से टेस्ट किए हैं, जो निंदनीय है। ये अपराध की श्रेणी में आता है। दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। इधर, भाजपा जिला अध्यक्ष आलोक तिवारी का कहना है कि करीला धाम सनातन धर्म की आस्थाओं का केंद्र है। यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। जांच टीम बनाई गई है। ऐसे टेस्ट की आवश्यकता नहीं थी।

फिर CMHO ने लिया यू टर्न

मुद्दे ने तूल पकड़ा तो दूसरे दिन सीएमएचओ डॉ. नीरज छारी बयान से बदल गए। उन्होंने कहा कि HIV के सैंपल के लिए स्पेशल आदेश नहीं हैं। अगर कोई डिमांड करता है तो टेस्ट किया जाता है। भीड़ में लाखों लोग आते हैं, वह राई डांसरों का नाम ले रहे हैं। उनका नाम लेना गलत है। यहां हजारों डांसर्स हैं। हमने किसी पर दबाव नहीं डाला। HIV जांच के लिए ऑर्डर नहीं आया है और ना ही सैंपलिंग की गई है। कलेक्टर उमा महेश्वरी का कहना है कि प्रशासन ने HIV की जांच के आदेश नहीं दिए थे। टेस्ट किसके कहने पर किए गए, इसकी जांच की जा रही है।

राई नृत्य

राई नृत्य बुंदेलखंड के प्रसिद्ध नृत्यों में से एक है। यह गुजरात के गरबा के समान ही प्रसिद्ध है। राई नृत्य साल भर किया जाता है। राई डांस के माध्यम बुंदेलखंडी लोग खुशी को जाहिर करते हैं। राई में बेड़नियां नाचती हैं। इनके अभाव में स्त्री का स्वांग रच कर पुरुष नाचते हैं। इसमें डांस के साथ-साथ फागें भी गाई जाती हैं। बेड़नी के साथ-साथ मृदंग बजाने वाला भी डांस करता है।

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