जम्मू। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा बुधवार तड़के अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को जम्मू के भगवती नगर स्थित यात्री निवास से हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। घाटी में अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 के हटने और 2020-21 में कोरोना महामारी के कारण यात्रा को दो वर्षों के लिए स्थगित कर दिया गया था। इस बार यात्रा शुरू हो रही है, लेकिन आतंकी हमले की आशंका भी जताई जा रही है।
इसके बावजूद मंगलवार को अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालु जम्मू के भगवती नगर स्थित आधार शिविर पहुंचे। अधिकारियों ने कहा कि 3,000 से अधिक तीर्थयात्री जम्मू पहुंचे हैं और उन्हें आधार शिविर और विभिन्न आवास केंद्रों में रखा गया है, करीब 400 साधु भी यात्रा के लिए राम मंदिर शिविर आए हैं। श्रद्धालुओं ने कहा कि भगवान शिव के प्रति उनकी अगाध श्रद्धा और सुरक्षा बलों ने उन्हें वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए प्रोत्साहित किया। अधिकारियों ने कहा कि श्रद्धालुओं का पहला जत्था जम्मू आधार शिविर के लिए बुधवार को रवाना होगा। उन्होंने कहा कि जम्मू शहर में 5,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के बीच आधार शिविर, रहने के स्थान और पंजीकरण और टोकन केंद्रों के आसपास बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
परंपरागत दोहरे मार्ग से यात्रा कल से
अधिकारियों ने कहा कि परंपरागत दोहरे मार्ग से यात्रा की शुरूआत 30 जून से होगी। एक मार्ग दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में 48 किलोमीटर लंबा नूनवान है। दूसरा मध्य कश्मीर के गांदरबल में 14 किलोमीटर लंबा बालटाल मार्ग है। श्री अमरनाथ यात्रा इस वर्ष चंदनवाड़ी और बालटाल दोनों मार्गों से आयोजित की जा रही है। 43 दिन लंबी चलने वाली यात्रा 11 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन समाप्त हो जाएगी।
तीन लाख तीर्थयात्रियों ने कराया पंजीकरण
अधिकारियों ने बताया कि सालाना अमरनाथ यात्रा के लिए अब तक करीब तीन लाख तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण कराया है। सरकार ने इस साल तीर्थयात्रियों के लिए एक रेडियो आवृत्ति सत्यापन (आरएफआईडी) प्रणाली शुरू की है, ताकि उनकी भलाई सुनिश्चित करने के लिए रास्ते में उनकी आवाजाही पर नजर रखी जा सके।
सुरक्षा बल सतर्क
तीर्थयात्रा सुचारु रूप से सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बल सतर्क हैं। केंद्र शासित प्रदेश के लोग आने वाले तीर्थयात्रियों का स्वागत करने के लिए उत्साहित हैं।
-मनोज सिन्हा, उपराज्यपाल