गुना। गुना के चांदशाहवली रोड निवासी एक युवक की इंदौर में हुई संदिग्ध मौत के मामले में परिजनों ने जमकर हंगामा किया। युवक के शव को गुना लाने के बाद उन्होंने जयस्तंभ चौराहे पर प्रदर्शन करते हुए युवती के पिता और अन्य लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। बाद में शहर कोतवाली टीआई द्वारा दी गई समझाइश के चलते मामला शांत हुआ।
गुना के चांदशाहवली रोड निवासी मोनू रजक तलैया मोहल्ला निवासी एक युवती को अपने साथ इंदौर ले गया था। बीती शाम मोनू के परिजनों को जानकारी मिली कि इंदौर में मोनू ने तीसरी मंजिल से कूंदकर आत्महत्या कर ली है। परिजन जैसे-तैसे मोनू का शव गुना लेकर आ गए, लेकिन यहां उसकी हत्या का आरोप लगाते हुए जयस्तंभ चैराहे पर धरना देकर बैठक गए। इस मामले में शहर के व्यवसायी और समाजसेवी की भूमिका को भी मोनू के परिजन संदिग्ध बता रहे हैं। उनका कहना है कि मोनू ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि उसे छत से फेंका गया है। परिजनों का यह भी आरोप है कि गुना से पुलिस की टीम इंदौर पहुंचा थी और उसने युवती को सुरक्षित वापस भेजते हुए मोनू की हत्या कर दी। घटनाक्रम के दौरान लड़के के माता-पिता बेहद आक्रोशित नजर आए और उन्होंने घर से भागी युवती के पिता को हत्यारा बताया।
उधर घटनाक्रम के दौरान एक वीडियो भी परिजनों ने मीडिया को सौंपा, जिसमें मोनू के साथ भागी युवती अपनी मर्जी से जाने का बयान दे रही है। इतना ही नहीं युवती ने यह भी बताया कि पूर्व में भी उसने परिजनों के दबाव में आकर मोनू पर दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था, जो पूरी तरह झूठा है। फिलहाल मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस फिलहाल जांच में जुट गयी है।