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गुमनाम सितारे के सम्मान में सजी संगीत संध्या, छिड़े सुमधुर स्वर

इंदौर। इंदौर की स्वर अलाप सामाजिक और सांस्कृतिक संस्था द्वारा 31 दिसंबर को इंदौर के आस्था वृद्धाजन आश्रम में आर्केस्ट्रा को इंदौर लाने वाले पहले व्यक्ति प्रभात चटर्जी के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान कई आर्केस्ट्रा कलाकारों ने उनके सम्मान में मनभावन प्रस्तुतियां दी।

इंदौर कलाप्रेमियों का शहर है और देश मे कई बड़े कलाकार इंदौर से निकले हैं, जी हां हम बात कर रहे हैं इंदौर में सबसे पहले आर्केस्ट्रा लाने वाले प्रभात चटर्जी की जो गुमनामी के अंधेरे में कहीं खो गए थे। जिला प्रशासन द्वारा उनको नई पहचान दी और एक वृद्धाश्रम में पहुंचाया। गुरुवार को उनको इंदौर के आस्था वृद्धाजन आश्रम में सम्मानित किया गया।

दरअसल प्रभात चटर्जी इंदौर के पहले व्यक्ति थे जिनके ऑर्केस्ट्रा को सुनने के लिए लाइन लगती थी और इंदौर ही नहीं बल्कि इंदौर के आसपास से बड़ी संख्या में श्रोता उनको सुनने आते थे।

प्रभात चटर्जी को सम्मान देने के लिए सामाजिक न्याय विभाग और जिला प्रशासन द्वारा आज एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया आश्रम के अध्यक्ष मनीषा सोजतिया ने बताया कि इस कार्यक्रम में इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह भी आने वाले थे लेकिन अपनी व्यस्तता के चलते कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं हो पाए साथ ही उन्होंने कहा कि आश्रम में आने के पहले चटर्जी की हालत बहुत खराब थी फिलहाल उनकी हालत में काफी सुधार हो रहा है।

इस अवसर पर प्रभात जी ने कलेक्टर द्वारा दिये इस सम्मान को लेकर धन्यवाद दिया, और अपने अंदाज में उन्होंने अपने पुराने किस्से भी श्रोताओं को सुनाये।

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