MP Weather Forecast: हवाओं के बदले रुख का प्रभाव मध्य प्रदेश के मौसम में दिखाई दे रहा है। यहां दिन में धूप रहती है तो शाम ढलते सिहरन होने लगती है। मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश में हवा की रफ्तार कम है। हवाओं का रुख उत्तर-पूर्वी, पूर्वी एवं उत्तर-दक्षिणी है यानी इसमें बदलाव हो रहा। हवाओं की दिशा में बदलाव से नमी आ जाती है, जिस कारण बीच-बीच में मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं बादल भी छा जाते हैं। फिलहाल मध्य प्रदेश में दो पश्चिमी विक्षोभ हैं, लेकिन इनके कमजोर होने की वजह से ये मौसम को अधिक प्रभावित नहीं कर पा रहे। एक पश्चिमी विक्षोभ राजस्थान के पास द्रोणिका के रूप में बना है। जबकि, दूसरा पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में है। उधर, हवाओं का रुख बार-बार बदलने से तापमान में मामूली उतार-चढ़ाव जारी है।
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण भारत में बारिश का दौर शुरू होगा। यहां चार दिनों तक भारी बारिश की संभावना है। आईएमडी का कहना है कि दो से छह नवंबर के दौरान पूर्वी हवाओं से तमिलनाडु, केरल-माहे और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ इलाकों पर भारी बारिश हो सकती है। अगले 5 दिनों के दौरान देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहेगा। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मन्नार की खाड़ी से सटे बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी से ऊपर बना है। एक ट्रफ रेखा तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के ऊपर बना हुआ है। दोनों सिस्टम अभी बने रहेंगे। चार से पांच दिनों तक केरल, तमिलनाडु, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कुछ इलाकों के साथ तटीय आंध्र प्रदेश में बारिश की गतिविधि जारी रहेगी।
देश में मौसम प्रणाली सिस्टम कैसा
पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाक और जम्मू-कश्मीर के हिस्सों पर बना हुआ है। सात नवंबर को एक पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय के नजरीक पहुंच सकता है। दक्षिण पश्चिम अरब सागर पर भी चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र श्रीलंका और उससे सटे इलाकों पर है।
छत्तीसगढ़ में बारिश के आसार
अगले 24 घंटों में तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में बारिश हो सकती है। लक्षद्वीप, रायलसीमा और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में बारिश की संभावना बन रही है। छत्तीसगढ़ और ओडिशा में हल्की बारिश के आसार हैं।