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MP Politics: पोलस्टर्स इंडिया ओपीनीयन पोल- मप्र में 124 सीट के साथ फिर भाजपा सरकार , लाड़ली बहना ने बदली तस्वीर

MP Politics

MP Politics: मृदुभाषी, सिटी रिपोर्टर- भोपाल। सर्वे की अग्रणी कंपनी पोलस्टर्स इंडिया (Pollsters India) द्वारा मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव पर किए गए सर्वेक्षण में पाया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) की लोकप्रियता और कल्याणकारी योजनाओं के चलते सत्तारूढ़ बीजेपीv(BJP) मध्य प्रदेश में सता बरकरार रखने में सफल होती दिखाई दे रही है। सर्वे में उसे कांग्रेस (Congress) पर लगभग 5% की निर्णायक बढ़त मिलती दिखाई दे रही है

भाजपा इस महत्वपूर्ण बढ़त के साथ चुनाव के निर्णायक चरण में प्रवेश कर रही है। ऐसे में प्रचार के अंतिम 2 सप्ताह में कांग्रेस को ये रुझान पलटने की खातिर काफी मेहनत करनी होगी। सर्वे के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि आगामी चुनावों में भाजपा के बेहतर प्रदर्शन का बड़ा कारण महिलाओं का समर्थन है, क्योंकि भाजपा को सभी वर्गों की महिलाओं से बहुत मजबूत समर्थन मिल रहा है।

MP Politics: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, जिन्होंने नवंबर 2005 में राज्य की कमान संभाली थी, दो दशक बाद भी मजबूत स्थिति में हैं और कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर आरामदायक बढ़त बनाए हुए हैं। शिवराज राज्य के सबसे लोकप्रिय नेता बने हुए हैं। हालांकि, शिवराज को लंबे वक्त से देखते हुए मतदाताओं में कुछ फटिग है, लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं कि वह राज्य के सबसे लोकप्रिय चेहरा बने हुए हैं।

15 महीने के कांग्रेस शासन के बाद मार्च 2020 में सत्ता में लौटे शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा को वोट दिलाना अब भी जारी रखा है, क्योंकि 41% उत्तरदाताओं ने उनके प्रदर्शन को उत्कृष्ट बताया, जबकि 36% ने उनके काम को संतोषजनक बताया। वहीं, 21% मतदाताओं ने कहा कि उनका प्रदर्शन बेहद खराब था।

शिवराज को लोग सकारात्मक रूप से देखते हैं। 44% उत्तरदाताओं ने कहा कि सीएम के रूप में उनका कार्यकाल सबसे अच्छा रहा है, जबकि 21% ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने बेहतर प्रदर्शन किया है। 5% उत्तरदाताओं ने कहा कि उमा भारती ने अपने 1 साल के छोटे कार्यकाल के दौरान सबसे अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि 3% ने कहा कि सीएम के रूप में दिग्विजय सिंह ने अच्छा प्रदर्शन किया।

MP Politics: सर्वे के मुताबिक 2018 के विधानसभा चुनाव की तुलना में बीजेपी को 3.1% अधिक वोट मिल रहे हैं, जिससे उसका वोटशेयर 44.7% तक पहुंच गया है, जबकि कांग्रेस के वोट शेयर में 2.1% की कमी आने की उम्मीद है, जिससे उसका वोट शेयर 39.4% पर सिमट गया है। भाजपा लगभग 19 वर्षों से राज्य में सत्ता में है, (15 महीनों को छोड़कर जब कांग्रेस नेता कमल नाथ मुख्यमंत्री थे) उसे विशेष रूप से कल्याणकारी योजनाओं की अपनी शृंखला से लाभ हुआ है।

31% उत्तरदाताओं ने कहा कि ये योजनाएं चुनाव में गेमचेंजर होने की उम्मीद है। 34% ने संकेत दिया कि इसका चुनाव पर कुछ प्रभाव पड़ेगा, जबकि इस सर्वेक्षण के 1/3 उत्तरदाताओं ने संकेत दिया कि इन योजनाओं का चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

परिणाम बेहतर करने में कांग्रेस को आ सकती है परेशानी

MP Politics: वोटशेयर के मामले में बीजेपी का प्रदर्शन लगभग 2013 के विधानसभा चुनाव जैसा ही रहने की उम्मीद है। हालांकि, 2023 में कम सीटें मिलने की उम्मीद है, क्योंकि छोटी पार्टियों को 2013 की तुलना में 2023 में कम वोट मिलने की उम्मीद है। कांग्रेस को चुनाव बेहतर करने में खासी परेशानी हो सकती है, जब तक कि चुनाव के आखिरी दौर में पार्टी के पक्ष में कोई महत्त्वपूर्ण रुझान न आए। कांग्रेस के अंदर कलह और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और दिग्विजय सिंह के बीच तालमेल की कमी कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा रही है।
बीजेपी को मौजूदा विधायक विरोधी लहर का करना पड़ सकता है सामना

MP Politics: प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार के प्रदर्शन से भी सत्तारूढ़ भाजपा को फायदा हो रहा है। 54% लोगों ने कहा कि प्रधानमंत्री का प्रदर्शन उत्कृष्ट है, जबकि 35% ने उनका प्रदर्शन संतोषजनक बताया। केवल 22% लोग प्रधानमंत्री मोदी से संतुष्ट नहीं हैं। आंकड़ों से संकेत मिलता है कि जहां पीएम मोदी बीजेपी की लोकप्रियता को आगे बढ़ा रहे हैं और मुख्यमंत्री भी काफी लोकप्रिय बने हुए हैं, वहीं बीजेपी को मौजूदा विधायकों के खिलाफ काफी कड़ी सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ सकता है। सर्वेक्षण से संकेत मिलता है कि 41% मतदाता मौजूदा विधायक को बदलना चाहेंगे, जबकि 29% ने विधायक को नहीं बदलने की बात की है। 28% लोग अनिर्णय की स्थिति में रहे।

बीजेपी को 15 सीटों पर बढ़त, कांग्रेस को 17 सीटों का हो सकता है नुकसान

MP Politics: राज्य में क्षेत्रीय तस्वीर का बहुत महत्व है। बीजेपी को चंबल, महाकौशल और मालवा के आदिवासी इलाके में वोट और सीटें मिल रही हैं। उसे राज्य के मालवा उत्तर और विध्य क्षेत्रों में कुछ सीटें खोने की आशंका है। इसके बावजूद 2018 के विधानसभा चुनाव की तुलना में भाजपा को 15 सीटों की बढ़त और कांग्रेस को 17 सीटों की गिरावट का सामना करना पड़ सकता है। वर्तमान सर्वेक्षण के निष्कर्ष और अनुमान पोल्स्टर्स इंडियाज के सर्वेक्षण पर आधारित हैं, जो 3 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक किया गया और इसमें राज्य के 60 विधानसभा क्षेत्रों को शामिल किया गया।

MP Politics: कुल 24,023 नमूने जमीनी स्तर पर एकत्र किए गए, जबकि 12,2345 नमूने उत्तरदाताओं के साथ टेलीफोनिक साक्षात्कार के माध्यम से एकत्र किए गए। यह सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त सावधानी बरती गई कि नमूना राज्य के सामाजिक और जनसांख्यिकीय पैटर्न का प्रतिनिधि बना रहे। त्रुटि का अपेक्षित मार्जिन मैक्रो स्तर पर +/- 3% और माइक्रो स्तर पर +/- 5% है जबकि विश्वास अंतराल 95% है।

MP Politics: महंगाई भाजपा के लिए बनी हुई है बड़ी समस्या- हालांकि, राज्य में भाजपा की भी कुछ समस्याएं हैं, क्योंकि आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतें राज्य के लिए सबसे बड़ी समस्या बनी हुई हैं। इसके अलावा, बेरोजगारी राज्य में एक और बड़ी समस्या बनी हुई है, स्थानीय विकास और किसानों के मुद्दे भी अन्य मुद्दे हैं जो भाजपा के लिए कुछ समस्याएं पैदा कर सकते हैं। भाजपा ने लाड़ली बहना योजना के माध्यम से 450 रुपये में एलपीजी सिलेंडर की पेशकश करके महंगाई के मुद्दे पर सेंध लगाने की कोशिश की है, लेकिन यह देखना बाकी है कि क्या वह महंगाई के मुद्दे को कमजोर कर पाएगी, वह भी तब, जबकि चुनाव बहुत करीब आ गया है।

सीएम शिवराज राज्य में सबसे लोकप्रिय चेहरा बने हुए हैं 41% मतदाताओं ने उनके प्रदर्शन को उत्कृष्ट बताया

भाजपा को महिला कल्याण योजनाओं से लाभ मिलता दिख रहा, महिला मतदाताओं के बीच पार्टी लगभग 20% आगे

ओबीसी में भी बीजेपी आगे, एससी में कांग्रेस थोड़ी आगे, एसटी में 10% बढ़त, अल्पसंख्यकों में भी आगे की उम्मीद

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