MP Politics: आज दोपहर सोशल मीडिया पर एक पत्र वायरल हुआ ,जो की राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijay singh) के लेटर पैड पर लिखा हुआ था जिसमें लिखा था –
श्री मल्लिकार्जुन खड़गे जी
विषयः कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा के संबंध में ।
अपने पांच दशक के राजनीतिक सफर में कई अनुभव मुझे कांग्रेस में रहते हुए मिले। एक साधारण कार्यकर्ता से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक का सफर मैने कांग्रेस पार्टी में रहते हुए तय किया । पार्टी ने मुझे राष्ट्रीय महासचिव से लेकर राज्यसभा सदस्य जैसे महत्वपूर्ण पद तक पहुंचाने का काम किया जिसके लिए मैं आजीवन आभारी रहूंगा। लेकिन गत कुछ महीनों से शीर्ष नेतृत्व का निष्ठावान कार्यकताओं के प्रति निराशा, नीति और नेतृत्व में उदासीनता देखकर मैं आहत हूं। मध्य प्रदेश में पार्टी कार्यकर्ता केंद्रित दल न होकर अब विशेष नेता केन्द्रित हो गई है। जिसकी वजह से खुद को असहज पा रहा हूं ।
मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर प्रत्याशियों के चयन में मेरे द्वारा दिए गए नामों पर विचार नहीं किया गया है। निष्ठावान कार्यकताओं को तरजीह नहीं दिए जाने से मेरे स्वाभिमान को ठेस पहुंची है। मैं अब एक ऐसे पड़ाव पर पहुंच गया हूं जहां मुझे लगता है कि मैं अब ऐसे अन्यायपूर्ण माहौल में नहीं रह सकता। मैं उन सभी के प्रति आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने वर्षों से मेरी विभिन्न पार्टी भूमिकाओं में मेरा समर्थन किया है। भारी मन से मैं पार्टी के साथ अपना जुड़ाव खत्म करने के अपने फैसले की घोषणा करता हूं। कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पद से इस्तीफा देता हूं। इसे स्वीकार करें।
MP Politics: जिसके बाद राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने इसे भाजपा का षड्यन्त्र बताया और अपने ट्विटर पर लिखा की –
MP Politics: भाजपा @BJP4India झूठ बोलने में माहिर है। मैंने १९७१ में कांग्रेस (Congress) की सदस्यता ली थी। पद के लिए नहीं बल्कि विचारधारा से प्रभावित हो कर जुड़ा था और जीवन की आख़िरी साँस तक कांग्रेस में रहूँगा। इस झूठ की मैं पुलिस में शिकायत दर्ज कर रहा हूँ।