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MP Election BJP VS Congress: मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के परंपरागत चेहरे भिड़ेंगे, दोनों पार्टियों को इस कारण झुकना पड़ा

MP Election BJP VS Congress: मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के परंपरागत चेहरे भिड़ेंगे, दोनों पार्टियों को इस कारण झुकना पड़ा

MP Election BJP VS Congress Candidate: मध्य प्रदेश में इस बार 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव की तुलना में भले मुद्दे बदले हों, लेकिन कुछ सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के परंपरागत चेहरे फिर भिड़ेंगे। क्षेत्र में मजबूत पकड़, जातिगत समीकरण, सर्वे और अन्य पहलुओं के आधार पर कहीं भाजपा, कहीं कांग्रेस ने दूसरी या तीसरी बार नेता को मैदान में उतारा है। पार्टियों ने कुछ को बड़े अंतर से हारने के बाद भी भरोसा जताया है।

MP Election BJP VS Congress: भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के अब तक जारी हुए नामों में 90 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों की तस्वीर साफ हो गई है। दोनों पार्टियों ने 28 सीटों पर उन पर ही विश्वास जताया है, जो बीते चुनाव में मैदान में थे। 28 में से आठ विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां 2013 में भी यही उम्मीदवार थे। इन सीटों में श्योपुर, जबलपुर पूर्व, भैंसदेही, हरदा, खिलचीपुर, कसरावद, पेटलावाद और गंधवानी शामिल हैं। ये 90 सीटों की तस्वीर है। 140 और सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों की तस्वीर क्लियर होने के बाद 40 और सीटों पर परंपरागत प्रतिद्वंद्वियों में भिड़ंत की संभावना है।

बैकफुट पर आई कांग्रेस
MP Election BJP VS Congress: बता दें कांग्रेस ने पहले कहा था-लगातार हारने वाले प्रत्याशियों को चुनाव नहीं लड़ाएंगे। पार्टी द्वारा बाद में कराए गए अलग-अलग सर्वेक्षणों में पता चला कि उस क्षेत्र के लिए वही उम्मीदवार जीतने योग्य हैं तो उन्हें मैदान में उतारा। इन परंपरागत प्रतिद्वंद्वियों में कुछ ऐसे हैं, जिनके बीच कांटे की टक्कर रही है। उन्हें चुनाव लड़ाने की दूसरी वजह जातिगत समीकरण भी रही है

भाजपा ने भी सर्वे पर किया विश्वास
MP Election BJP VS Congress: भाजपा ने भी सर्वे और स्थानीय कार्यकर्ताओं के फीडबैक के आधार पर बीते चुनावों में उम्मीदवारों को मौका दिया है। पार्टी ने पिछले चुनाव में कुछ सीटों पर उम्मीदवार की बड़े अंतर से हार के बाद भी फिर उन नेताओं को मौका दिया है, जो लगातार क्षेत्र में सक्रिय हैं और विवादित नहीं हैं। दोनों पार्टियों ने 2013 और 2018 के चुनाव में आमने-सामने रहे कुछ उम्मीदवारों को जीत-हार के गणित के आधार पर बदला है।

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