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MP Election 2023: यह सूची अंतिम नहीं ! जाने किसका कट सकता है टिकिट,अगले हफ्ती आएगी 60 और प्रत्याशीयों की लिस्ट

MP Election 2023 यह सूची अंतिम नहीं ! जाने किसका कट सकता है टिकिट,अगले हफ्ती आएगी 60 और प्रत्याशीयों की लिस्ट

MP Election 2023: अगली लिस्ट में ज्यादातर ग्वालियर -चम्बल के सिंधिया समर्थकों की विधानसभा

MP Election 2023: भोपाल की उत्तर विधानसभा जीतना सबसे बड़ी चुनौती

MP Election 2023: भोपाल। भाजपा (BJP) के विधानसभा प्रत्याशीयों की लिस्ट जारी करने के बाद से ही प्रदेश में राजनैतिक उठापठक तेज हो गई है, वैसे तो किसी भी दल के पास अधिकार है कि जब उसका मन करे या तैयारी हो, तब उम्मीदवारों का ऐलान करे, लेकिन कहते हैं कि बीजेपी(BJP) हर एक दांव सोच-समझकर चलती है। बीते एक दशक से चुनावी (Election) रणनीति बनाने में बीजेपी का कोई तोड़ नहीं है औरन नित्य नए प्रयोग करती रहती है और ज्यादातर में सफल भी होती है ।

MP Election 2023 के कुछ सर्वे से पता चलता है कि दोनों राज्यों में बीजेपी के लिए स्थिति पहले की तरह अनुकूल नहीं है। 2018 में भी भाजपा दोनों राज्यों को गंवा चुकी थी, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के बीजेपी का दामन थामने के बाद मध्यप्रदेश में भाजपा की वापसी हो गई। अब समय से पहले कैंडिडेट (Candidiate) को उतारने से उनके पास जनता के बीच जाकर कांग्रेस के उम्मीदवारों की तुलना में अधिक पैठ बनाने का मौका है । वोटर भी अपने कैंडिडेट्स को समझ सकेंगे और उम्मीदवारों के पास भी चुनाव (Election) से पहले यह समझाने के लिए भरपूर समय होगा कि उन्हें जीतने के लिए क्या और किस तरह करना होगा पूर्व में जब भी अंतिम समय में प्रत्याशी घोषित किए गए है तो अगर प्रत्याशी नया था तो नुकसान ही उठाना पड़ा है।

अब मप्र पहुँचे 230 विधायक ही करेंगे प्रत्याशीयों का फैसला

MP Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Election) को लेकर भाजपा (BJP) ने दो दिन पहले ही अपने 39 प्रत्याशियों की सूची जारी की है। अब पार्टी राजधानी भोपाल (Bhopal) में 4 राज्यों के अपने विधायकों की ट्रेनिंग (MLA Training) कर रही है। शनिवार से 230 विधानसभाओ (Vidhansabha) के लिए 230 विधायकों (MLA) की ट्रेनिंग शुरू हुई है। इसमें गुजरात (Gujarat), उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), महाराष्ट्र (Maharashtra) और बिहार के विधायक बुलाए गए हैं। ट्रेनिंग के बाद चारों राज्यों के भाजपा विधायकों को अलग-अगल विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी है।

यह विधायक अपने प्रभार वाले विधानसभा क्षेत्र में जाकर वहां की जनता से चर्चा करेंगे। सात दिनों तक वह उस क्षेत्र में रहेंगे। इसकी रिपोर्ट बनाकर पार्टी आलाकमान को सौंपेंगे। ये प्रशिक्षित विधायक संबंधित विधानसभा सीट के स्थानीय मुद्दों का फीडबैक अपने आलाकमान को सौंपेंगे, जिससे इस चुनाव (Election) में उन मुद्दों को प्राथमिकता दी जा सके और प्रत्याशी के चयन में भी सही हो सके ।

किन सीटों पर उठे विरोध के स्वर

छतरपुर – छतरपुर में बीजेपी प्रत्याशी ललिता यादव (Lalita yadav)के टिकट घोषणा के बाद से संभावित और दौड़ में रहीं प्रत्यासी अर्चना गुड्डू सिंह (Archana guddu Singh) के समर्थकों द्वारा सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। शहर के छत्रसाल/डाकखाने चौराहे पर बड़ी संख्या में कुछ महिलाओं ने हाथ में चूड़ियां लेकर महाराजा छत्रसाल की प्रतिमा के कई चक्कर लगाए और फिर सड़क पर फेंक दीं, तत्पश्चात महिलाओं ने सड़क पर बैठकर जाम लगा दिया।

चाचौड़ा – विरोध के स्वर गुना जिले के चिचौड़ा विधानसभा में भी देखने को मिले, टिकट न मिलने से नाराज पूर्व विधायक ममता मीना (Mamta Meena) के बेटे आकाश मीना का दर्द छलका है. फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि “ममता जी को टिकट नहीं तो चाचौड़ा में बीजेपी नहीं”

सबलगढ़ – प्रदेश महामंत्री रणवीर सिंह रावत सबलगढ़ विधानसभा से तैयारी कर रहे थे। उनके द्वारा 2018 के विधानसभा चुनाव में भी टिकट नहीं मिल सका था और इस बार भी उन्हें सबलगढ़ विधानसभा से टिकट नहीं मिला। उनके बेटे आदित्य रावत का दर्द सामने आया है। आदित्य रावत ने अपने फेसबुक एकाउंट पर अपने पिता रणवीर सिंह रावत के एक फोटो के साथ पिता के टिकट कटने के बाद अपना दर्द बयान किया है।

लांजी – बालाघाट जिले की लांजी विधानसभा से बीजेपी ने राजकुमार कर्राहे को भाजपा प्रत्याशी घोषित किया गया है। वहीं इस विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी (BJP Candidate) घोषित होने के बाद विरोध के स्वर उठने लगे है। लांजी के पूर्व विधायक रमेश भटेरे ने फेसबुक में एक पोस्ट डालकर अपना दर्द बयां किया है , वहीं आज लांजी क्षेत्र के किरनापुर के कांद्रीकाला में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में पूर्व विधायक रमेश भटेरे ने भाजपा से प्रत्याशी घोषित हुए राजकुमार कर्राहे को भगोड़ा और गद्दार बताया। उन्होंने संगठन को लेकर कहा कि प्रत्याशी तो बदलना ही होगा, नही तो पार्टी कार्यकर्ता कहां से लाएगी।  


शाहपुरा – भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धुर्वे टिकट मिलने के बावजूद भी खुश नजर नहीं आए। धुर्वे का बयान सामने आया कि डिंडौरी विधानसभा से चुनाव (Election) लड़ना चाहता था, लेकिन शाहपुरा से नाम तय किया गया।

महेश्वर – महेश्वर सीट से बीजेपी ने राजकुमार मेव को अपना प्रत्याशी बनाया है। वे 2018 के चुनाव में बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर बागी हो गए थे। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था और भाजपा के प्रत्याशी भूपेंद्र आर्य से ज्यादा वोट हासिल किए थे। हालांकि वो कांग्रेस की विजयलक्ष्मी साधौ से चुनाव (Election) हार गए थे। वही स्थानीय नेताओ ने विरोध शुरू कर दिया है, उनका कहना है की बागी को क्यों बनाया प्रत्याशी

जिन सीटों पर बदले जा सकते है प्रत्याशी

MP Election 2023: छतरपुर,शाहपुरा,कुक्षी,कसरावाद,महेश्वर,चाचौड़ा,सबलगढ़,राऊ और लांजी यह वो सीटें है जहा विरोध भी हुआ है भीतरघात की सबसे ज्यादा आशंका है ऐसे मे भाजपा आलाकमान किसी भी स्थिति में इन सीटों को (Election) जीतना चाहते है इसलिए जो विधायक अब विधानसभा क्षेत्रों में जाकर सर्वे करेंगे और जनता के साथ-साथ भाजपा कार्यकर्ताओ की बात सुनेंगे और उसे आलाकमान तक पहुँचाएंगे उसके आधार पर इन सीटों के प्रत्याशीयों और अन्य सीटों के प्रत्याशीयों के नामों मे बदलाव हो सकता है।

अगले हफ्ते जारी होगी 60 प्रत्याशीयों की सूची

MP Election 2023: 39 के बाद अब अगले हफ्ते के किसी भी दिन जारी हो सकती है 60 और विधानसभाओ के प्रत्याशीयों की सूची , अमित शाह (Amit Shah) के आज के ग्वालियर दौरे में इस सूची को अंतिम रूप दे दिया जाएगा , इस सूची में ज्यादातर सीटें ग्वालियर-चम्बल (Gwalior-Chambal) क्षेत्र की रहने वाली है , सिंधिया समर्थक विधायक और मंत्री भी पशोपेश की स्थिति में है , पहली सूची में एक सिंधिया समर्थक का टिकट कट चुका है, और अब अगली सूची में क्या होगा इसको लेकर सभी चिंता है में है अंदरखाने की बात माने तो लगभग आधे सिंधिया समर्थक विधायक मंत्री ही इस बार चुनाव लड़ पाएंगे सर्वे मे सिंधिया समर्थकों (Scindia Supporters) की स्थिति सही नहीं पायी गई है और यही भाजपा के लिए चिंता की सबसे बड़ी वजह भी है, क्योंकि यह भाजपा को दोहरी स्थिति से दो-चार होना पड़ रहा है, एक तो जीत का प्रेसर ऊपर से भाजपा (BJP) के मूल कार्यकर्ताओ का गुस्सा

2018 में चुनाव हारे 14 चेहरों को फिर से मौका:
MP Election 2023: मप्र में भाजपा ने जिन 39 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है, उनमें 14 चेहरे ऐसे हैं जो 2018 के चुनाव में हार गए थे। इन्हें फिर से मौका दिया गया है। इनमें चार पूर्व मंत्री ललिता यादव, लाल सिंह आर्य, ओम प्रकाश धुर्वे और नाना भाऊ मोहोड़ भी शामिल है। भोपाल मध्य से ध्रुवनारायण सिंह और भोपाल उत्तर से पूर्व महापौर आलोक शर्मा को टिकट दिया गया है। इंदौर के राऊ से मधु वर्मा को फिर से मैदान में उतारा गया है। जबलपुर पूर्व से अंचल सोनकर पर पार्टी ने भरोसा जताया है। इसके अलावा
आत्माराम पटेल, लखन पटेल, राजेश वर्मा,सुरेंद्र सिंह गहरवार जैसे नाम इसमें शामिल हैं।

गोहद से सिंधिया समर्थक का टिकट कटा:
MP Election 2023: भिंड के गोहद (Gohad) से भाजपा अजा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य (Laal Singh Arya) को टिकट दिया गया है। इस सीट से सिंधिया समर्थक पूर्व विधायक रणवीर जाटव (Ranveer Jatav) का टिकट काटा गया है। वहीं सुमावली से सिंधिया समर्थक एंदल सिंह कंसाना को टिकट मिला है।

नेताओं के बेटे और बहू को यहां से टिकट
-सबलगढ़ के पूर्व विधायक स्वर्गीय मेहरबान सिंह रावत की बहू सरला रावत (Sarla Rawat) को उम्मीदवार बनाया गया है।
-जबलपुर के पाटन सीट से पूर्व विधायक प्रतिभा सिंह के बेटे नीरज सिंह ठाकुर (Neeraj Thakur) को टिकट दिया गया है।
-छतरपुर जिले के महाराजपुर में पूर्व विधायक मानवेंद्र सिंह भंवर राजा के बेटे कामाख्या प्रताप सिंह को मैदान में उतारा है।

ये हैं 12 नए चेहरे जिन्हें मिला टिकट:
कुक्षी से जयदीप पटेल, गोटेगांव से महेश नागेश, बिछिया से डॉ. विजय आनंद मरावी
बड़वारा से धीरेंद्र सिंह, पुष्पराजगढ़ से हीरा सिंह श्याम, बंडा से वीरेंद्र सिंह लंबरदार,
चाचौड़ा से प्रियंका मीणा, लांजी से राजकुमार करार्ये, पांढुर्ना से प्रकाश उइके,
सबलगढ़ से सरला रावत, पाटन से नीरज सिंह ठाकुर, महाराजपुर से कामाख्या प्रताप सिंह।

भोपाल उत्तर

MP Election 2023: भोपाल की उत्तर विधानसभा सीट से काँग्रेस के आरिफ़ अकील विधायक है , इस सीट पर 10 मे से 7 बार काँग्रेस ने मारी है बाजी और यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी की यह सीट भाजपा के प्रदेश की सबसे मुश्किल सीट है , पिछला चुनाव (Election) आरिफ़ अकील ने 2018 में भाजपा की फातिमा रसूल सिद्दीकी को 34857 वोट से हराया था, इस विधानसभा में 51 प्रतिशत अल्पसंख्यक मतदाता है। इस सीट पर आलोक शर्मा एक बार पहले भी आरिफ अकील को टक्कर दे चुके है, लेकिन उस चुनाव (Election) मे उनको हार का सामना करना पड़ा था। अब आलोक शर्मा को उत्तर सीट से भाजपा ने दोबारा प्रत्याशी बनाया है। आलोक शर्मा का रतलाम के कार्यकर्ता सम्मेलन का एक वीडियो काफी वायरल है जिसमें आलोक शर्मा मुसलमान मतदाताओं से कह रहे है कि भगवा पार्टी को वोट मत देना, लेकिन वोट देने भी मत जाना। 

मप्र की 39 सीटों पर घोषित बीजेपी उम्मीदवारों के नाम


आलोक शर्मा भोपाल उत्तर ,ध्रुव नारायण सिंह भोपाल मध्य (
मधु वर्मा राऊ ( 2018 में हारे )
सतीश मालवीय घट्टिया
राजेश सोनकर सोनकच्छ ( 2020 उपचुनाव हारे )
राजकुमार मेव महेश्वर
आत्माराम पटेल कसरावद
नागर सिंह चौहान आलीराजपुर
भानू भूरिया झाबुआ
निर्मला भूरिया पेटलावद
अंचल सोनकर जबलपुर पूर्व
सरला विरेंद्र रावत सबलगढ़
अदल सिंह कंसाना सुमावली (2020 उपचुनाव हारे)
लाल सिंह आर्य गोहद
प्रीतम लोधी पिछोर
प्रियंका मीणा चाचौड़ा
जगन्नाथ रघुवंशी चंदेरी
वीरेंद्र सिंह लंबरदार बंडा
कामाख्या प्रसाद सिंह महाराजपुर
ललिता यादव छतरपुर
लखन पटेल पथरिया
राजेश कुमार वर्मा गुनौर
सुरेंद्र सिंह गहरवार चित्रकूट
हीरासिंह श्याम पुष्पराजगढ़
धीरेंद्र सिंह बड़वारा
नीरज ठाकुर बरगी
ओमप्रकाश धुर्वे शहपुरा
विजय आनंद मरावी बिछिया
भगत सिंह नेताम बैहर, राजकुमार करार्ये लांजी
कमल मस्कोले बरघाट
महेंद्र सिंह चौहान गोटेगांव
नानाभाऊ मोहोड सौंसर
प्रकाश उइके पांढुर्ना
चंद्रशेखर देशमुख मुलताई
महेंद्र सिंह चौहान भैंसदेही
जयदीप पटेल कुक्षी
कालू सिंह ठाकुर धरमपुरी, ताराचंद गोयल तराना

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