//

वसूली के आरोपों से घिरे महाराष्ट्र के गृहमंत्री ने दिया इस्तीफा, हाईकोर्ट ने दिया है ये आदेश

Start

मुंबई। वसूली के आरोपों में घिरे महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने लंबे समय तक ना-नुकुर करने के बाद आखिरकार इस्तीफा दे दिया है। उनकी जगह दिलीप वलसे पाटिल को गृह विभाग का जिम्मा सौंपा जा रहा है। गृहमंत्री देशमुख ने अपना इस्तीफा सीएम उद्धव ठाकरे को भेज दिया है। गृहमंत्री देशमुख सीएम उद्धव से मिलने उनके घर भी गए थे।

हाईकोर्ट के आदेश के बाद दिया इस्तीफा

देशमुख ने इस्तीफा देते हुए लिखा कि आज माननीय हाईकोर्ट की ओर से एडवोकेट जयश्री पाटिल की याचिका पर सीबीआई जांच का आदेश दिया गया है। इसलिए मैं नैतिक आधार पर गृह मंत्री के पद से इस्तीफा देता हूं। मैं आपसे विनम्र निवेदन करता हूं कि मुझे गृह मंत्री के पद से मुक्त किया जाए। तीन घंटे पहले ही बॉम्बे हाईकोर्ट ने वसूली के आरोपों की सीबीआई जांच करवाने के आदेश दिए थे। कोर्ट ने कहा कि आरोप मामूली नहीं हैं और राज्य के गृह मंत्री पर लगे हैं, इसलिए पुलिस इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कर सकती है। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर ने देशमुख पर 100 करोड़ रुपए की वसूली के आरोप लगाए थे। उन्होंने आरोप लगाया है कि देशमुख ने निलंबित API सचिव वझे को 100 करोड़ रुपए वसूली का टारगेट दिया था।

जयश्री पाटिल ने लगाई थी याचिका

अदालत ने इस मामले में अपना फैसला सुनाते हुए कहा- यह पूरा मामला FIR के आसपास घूम रहा है। जयश्री पाटिल ने पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करवाने की कोशिश की थी, लेकिन उनकी एफआईआर दर्ज नहीं हुई। हम इस मामले से जुड़े अन्य मुद्दों पर अभी बात नहीं करेंगे और इस बात से सहमत हैं कि यह एक अभूतपूर्व मामला है। अनिल देशमुख गृह मंत्री हैं और पुलिस विभाग उनके अंतर्गत आता है। इस मामले में स्वतंत्र और निस्पक्ष जांच होनी चाहिए, इसलिए सीबीआई वर्तमान में बगैर एपआईआर दर्ज किए इस मामले की जांच करे और 15 दिन में अपनी प्राथमिक रिपोर्ट कोर्ट में पेश करे।