इंदौर। शहर में अक्सर आपने लोगों को कहते सुना होगा कि पुलिस काम नहीं करती लेकिन हाल ही में इंदौर में हुई एक घटना से आम आदमी को अपना खयाल बदलना होगा। दरअसल सही वक्त पर अपनी परेशानी यदि पुलिस को बताई जाए तो नियत समय में पुलिस कुछ ऐसा कर जाती है की फरियादी हाथ जोड़कर पुलिस का शुक्रिया अदा करता है। ऐसा ही कुछ क्राइम ब्रांच के डीसीपी निमिष अग्रवाल के कक्ष में देखने को मिला।
आपका बिजली का बकाया बिल भर दीजिए नहीं तो आपकी बिजली काट दी जाएगी और यदि आप ऑनलाइन पेमेंट करना चाहते हैं तो दी गई लिंक पर क्लिक कीजिए। आई हुई लिंक को क्लिक करते ही फरियादी के खाते से 60 हजार रूपये ठगी करने वालों ने ठग लिए। जूनी इंदौर थाना क्षेत्र निवासी एक व्यापारी जिसके साथ ही घटना हुई उसने घटना के होते ही तुरंत इंदौर के रानी सराय स्थित क्राइम ब्रांच के डीसीपी निमिष अग्रवाल से मुलाकात करते हुए अपनी परेशानी डीसीपी को बताई। मामला संज्ञान में आने के तुरंत बाद डीसीपी क्राइम ने अपनी एक्सपर्ट टीम के उस व्यक्ति को संपर्क किया और फरियादी को उनके समक्ष खड़ा किया। तत्काल फरियादी द्वारा बताए गए अपने कार्ड के नंबर और बैंक की डिटेल के बाद क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने सबसे पहले तो ठगे गए 60 हजार का पेमेंट आया और फिर जल्द ही रूपये दोबारा वापस फरियादी के अकाउंट में आने का दिलासा दिया। कैमरे के सामने फरियादी ने डीसीपी क्राइम के इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा करते हुए इंदौर पुलिस को बधाई का पात्र बताया, साथ ही मीडिया के सामने अपने साथ हुए घटनाक्रम की पूरी जानकारी देते हुए आगे से आने वाले किसी भी अनजान फोन पर रुपयों का लेनदेन ना करने की बात भी कही।
बता दें कि आरोपी ने खुद को मध्य प्रदेश विद्युत विभाग का अधिकारी बताया था, और मोबाइल पर एक लिंक भेजी उसके बाद पीडित का मोबाइल हैक हो गया और पूरी घटना को अंजाम दिया गया।