दिल्ली हाईकोर्ट ने वेब सीरीज कॉलेज रोमांस को बेहद अश्लील, प्रोफेन और वल्गर बताया है। जज स्वरा कांता शर्मा का कहना है कि इस वेब सीरीज को देखकर युवाओं का दिमाग दूषित और भ्रष्ट होगा। साथ ही कोर्ट ने इस पर एफआईआर बनाए रखने के आदेश दिए हैं। साथ ही जज स्वरा कांता शर्मा ने ये भी कहा कि इस वेब सीरीज को बिना हेडफोन लगाए नहीं देखा जा सकता, क्योंकि इसकी भाषा ऐसी नहीं है कि इसे सबके सामने देखा जा सके।
सुनवाई के दौरान जस्टिस स्वर्ण कांता शर्मा ने कहा कि उन्होंने अपने चैंबर में हेडफोन लगाकर इस सीरीज के एपिसोड देखना पड़ा। सीरीज में इस्तेमाल की गई भाषा न तो कोई सार्वजनिक तौर पर इस्तेमाल करता है और ना ही अपने परिवार में इस तरह बात करता है।
तीनों आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश दिया है
उन्होंने आगे कहा- ‘न्यायालय नोट करता है कि निश्चित तौर पर यह वो भाषा नहीं है, जो देश के युवा या नागरिक बातचीत के लिए इस्तेमाल करते हैं।’जस्टिस शर्मा ने अपने आदेश में लिखा- ‘न्यायालय इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि सीरीज के डायरेक्टर सिमरन प्रीत सिंह और एक्ट्रेस अपूर्वा अरोड़ा के खिलाफ सेक्शन 67 और 67 ए के तहत कार्रवाई के जिम्मेदार हैं। मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के आदेश को बरकरार रखते हुए हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस को तीनों आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश दिया है।’
स्कूली स्टूडेंट भी इसी तरह की अश्लील भाषा बोलने लगे
दिल्ली हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा- इस भाषा को कॉलेज जाने वाले छात्रों की भाषा बताया है। इसका असर स्कूल बच्चों पर भी पड़ेगा और आने वाले दिनों में यह नॉर्मल हो जाएगा। नई पीढ़ी हमेशा अपनी पुरानी पीढ़ी से सीखती है, ऐसे में अगर स्कूली स्टूडेंट भी इसी तरह की अश्लील भाषा बोलने लगे तो यह समाज के लिए बहुत खराब होगा।
कंटेंट सब जगह उपलब्ध है
इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने एकता कपूर को भी OTT पर अश्लील कंटेंट दिखाने के लिए फटकार लगाई थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि आप युवाओं के दिमाग को दूषित कर रही हैं। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अजय रस्तोगी और जस्टिस सीटी रविकुमार की बेंच ने शुक्रवार को एकता से कहा कि आपका कंटेंट सब जगह उपलब्ध है। कहीं से भी देखा जा सकता है। लोगों को आप कैसी चीजें दिखाने की कोशिश कर रही हैं। आप आज के युवाओं के दिमाग को दूषित कर रही हैं। आप उन्हें गलत विकल्प दे रही हैं।