Fir on Elon Musk:सोशल ब्लॉगिंग साइट एक्स (X) के मालिक एलन मस्क (Elon Musk) की मुश्किलें बढ़ गईं हैं। मस्क पर एक्स के पूर्व कर्मचारियों ने एफआईआर दर्ज करा दी है। ट्विटर (Twitter) को खरीदने के बाद एलन मस्क ने सबसे पहले सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था। इन कर्मचारियों ने ही उनके खिलाफ केस दर्ज कराया है। कंपनी और कर्मचारियों के बीच मध्यस्थता को लेकर बातचीत जारी है। इस केस की वजह से एलन मस्क को करोड़ों रुपए का नुकसान हो सकता है।
Elon Musk: क्रिस वुडफील्ड ने बताया है कि मध्यस्थता केस शुल्क के रूप में $3.5 मिलियन की राशि जमा की गई है। यह राशि भारतीय मुद्रा में 39 करोड़ रुपए हैं। बता दें क्रिस वुडफील्ड कंपनी के एक पुराने सीनियर स्टाफ नेटवर्क इंजीनियर हैं। वुडफील्ड के अनुसार एक्स ने पुराने कर्मचारियों को वादे के अनुसार वेतन देने में विफल है। JAMS मध्यस्थता प्रणाली को लेकर भी खास कदम नहीं उठाए गए हैं।
दो-पक्षीय मध्यस्थता के शुल्क
Elon Musk: JAMS दो पक्षीय मध्यस्थता मामले के लिए लाखों रुपए लेता है। 2200 पुराने कर्मचारियों द्वारा FIR करने के बाद JAMS ने $2,000 (1,65,590 रुपए), रोजगार से जुड़े विवाद के लिए लगभग $400 (33,120 रुपए) शुल्क लेने की बात कही है। सभी 2200 केस के बारे में बात करें तो $2,000 का शुल्क लागू हुआ है।
मध्यस्थता में पारदर्शिता को लेकर कर्मचारी खुश नहीं
Elon Musk: केस को लेकर अब कोर्ट में ट्रायल चलाने के प्रयास चल रहे हैं। मध्यस्थता में पारदर्शिता की कमी की शिकायत हुई है। कर्मचारियों का आरोप है कि उनके ऊपर जानबूझकर कानूनी खर्चों का बोझ डाला जा रहा है। दूसरी ओर वकील और कुछ कर्मचारी मध्यस्थता को सही विकल्प मान रहे हैं।